लखीमपुर में तलवार से हुआ था हमला, एक हाथ कट कर हो गया था अलग
लखनऊ. लखीमपुर खीरी की रहने वाली वह किशोरी जिसका बायाँ हाथ पिछले दिनों सिरफिरे ने तलवार से काट दिया था. इस किशोरी को कृत्रिम हाथ लगाने कि लिए मदद की गुहार लगाईं गयी है. ज्ञात हो किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में लम्बी चली सर्जरी के बाद उसका हाथ जोड़ा तो जरूर था लेकिन दुर्भाग्यवश लखीमपुर से लखनऊ आने में ज्यादा समय लग जाने के कारण सर्जरी सफल नहीं हुई और बाद में गैंग्रीन होने के चलते उस हाथ को काटना पड़ा.
केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में डॉ. ब्रजेश की देखरेख में भर्ती इस किशोरी शिवानी मिश्र को आज कृत्रिम हाथ बनाने के सिलसिले में केजीएमयू के डालीगंज स्थित लिम्ब सेंटर भेजा गया था. यहाँ वर्कशॉप के इंचार्ज अरविन्द निगम ने बच्ची को देखा तथा बताया कि बच्ची के टाँके कटने के बाद ही उसका कृत्रिम हाथ बनाया जा सकता है.
अरविन्द निगम ने एक अपील की है कि इस बच्ची के साथ जो हुआ है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन अब मानवीय दृष्टिकोण के चलते बच्ची की जिंदगी जितनी ज्यादा बेहतर बनाई जा सकती है, बनायी जानी चाहिए. उन्होंने कहा है कि अब निर्धन परिवार की इस बच्ची की जिंदगी को ज्यादा से ज्यादा कार्य करने वाला कृत्रिम हाथ लगाया जाना है. उन्होंने बताया कि मायो इलेक्ट्रिक हैण्ड प्रोस्थेटिक्स (myoelectric hand prosthetics) या कंप्यूटराइस्ड (computerised prosthetics) का खर्च करीब 1.5 लाख है, इसलिए यदि इस किशोरी के लिए लोग आर्थिक मदद करें तो बच्ची की जिंदगी संवर सकती है.
अरविन्द निगम ने बताया कि इसी तरह छह साल पहले भी एक गरीब बच्चे के दोनों हाथ कूड़े में पड़े बम को उठाने से उड़ गए थे, इस बच्चे ने कूड़े में पड़े बम को बॉल समझ उठा लिया था. उन्होंने बताया कि उस गरीब बच्चे की भी मदद के लिए भी अपील की गयी थी, मदद की अपील करने के बाद बहुत से लोग आगे आये थे. जिससे उसके हाथ लगने संभव हो सके थे. कुछ इसी तरह से इस किशोरी की मदद हो जाये तो अच्छा होगा.
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