मेरठ। अलसी एक चमत्कारिक औषधि है। यह एक नहीं बल्कि अनेक रोगों में लाभदायक है। अलसी शरीर को स्वस्थ रखती है व आयु बढ़ाती है। अलसी में 23 प्रतिशत ओमेगा-3 फेटी एसिड, 20 प्रतिशत प्रोटीन, 27 प्रतिशत फाइबर, लिगनेन, विटामिन बी ग्रुप, सेलेनियम, पोटेशियम, मेगनीशियम, जिंक आदि होते हैं।
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. प्रभाष चन्द्र सक्सेना अलसी के फायदे बताते हुए कहते हैं कि अलसी में 27% रेशे और शुगर की मात्रा सिर्फ 1.8% होती है। डॉ. सक्सेना ने बताया कि ब्लड शुगर की शिकायत होने पर सुबह खाली पेट दो चम्मच अलसी लेकर, तीन गिलास पानी मे उबालें जब आधा पानी बचे तब छानकर पियें। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार दोनों प्रकार के थाईराईड में भी यही काढ़ा फायदा करता है। हार्ट के ब्लॉकेज में ३ माह अलसी का काढा फायदा करता है और ऐंजियोप्लास्टी कराने की आवश्यकता नहीं पडती।
उन्होंने बताता कि पैरालिसिस होने पर, जोड़ों के दर्द में, वजन बढ़ने पर भी ऊपर बताई गई विधि से काढा पीने से रोग ठीक हो जाता है। डॉ सक्सेना ने बताया कि साईटिका, नस का दबना में भी यह काढ़ा लाभप्रद है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार के कैंसर मे अलसी का काढा सुबह शाम दो बार पीएं इससे अवश्य लाभ होगा।
उन्होंने बताया कि अलसी को आधा चम्मच रोज सुबह खाली पेट सेवन करने से बाल गिरने बंद हो जाते हैं।
उन्होंने बताया कि जिन लोगों को पेट के रोगों कि समस्या बार-बार होती है तथा पेट दर्द होता है उनको भी अलसी काफी फायदा करती है। अलसी कब्ज, पेट का दर्द आदि में फायदाकारक है। इसी प्रकार अलसी का काढ़ा पीने से कमजोरी, थकान और सुस्ती दूर होती है। उन्होंने बताया कि सुबह और शाम अलसी का काढ़ा पीने से शरीर में मौजूद गाँठ ख़त्म हो जाती है। दोनों टाइम काढ़ा पीने से श्वास – दमा कफ, ऐलजीँ रोग ठीक हो जाते हैं। ह्रदय की समस्या में भी अलसी का काढ़ा लाभकारी है