लखनऊ। अगर आप चाहते हैं कि हमारा दिल अच्छी तरह से रहे तो थोड़ा दिमाग से भी काम लेना होगा दिमाग स्वच्छता की ओर भी लगाना होगा स्वच्छता हमारे दांतों की। सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन यह सही है कि यदि हम अपने दांतों की नियमित सफार्ई करेंगे तो दिल की बीमारियां भी हमसे दूर रहेंगी। यह नेक सलाह केजीएमयू के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने मंगलवार को केजीएमयू में आयोजित पेरियोडॉण्टोलॉजी विभाग द्वारा मुख स्वच्छता दिवस के अवसर पर एक जन जागरण अभियान कार्यक्रम में दी।
प्रोसेस्ड फूड और सॉफ्ट ड्रिंक से बचें
सेल्बी हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं संसदीय मंत्री सुरेश खन्ना उपस्थित रहे। प्रो भट्ट ने कहा कि हमारी प्राचीन संस्कृति में भी मुख स्वच्छता के महत्व पर भरपूर ध्यान दिया जाता था एवं इसको एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त था। सुबह दांत और जुबान को साफ करना अति आवश्यक है। इसकी जितनी जल्दी बच्चों को आदत डलवा दी जाये उतना ही सही है। उन्होंने कहा कि मुख के स्वच्छ रहने से कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है जैसे हार्ट की बीमारियों में मुख का स्वस्थ होना बहुत महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। इसके अलावा उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दांतों को स्वस्थ रखने के लिए प्रोसेस्ड फूड और सॉफ्ट ड्रिंक से बचना चाहिए। दांतों के स्वच्छ और स्वस्थ रहने के लिए प्राकृतिक भोजन और नैसर्गिक भोजन की तरफ हमे चलना होगा। पालक, गाजर और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। दांतों के लिए तम्बाकू और अल्कोहल का सेवन बहुत ही हानिकारक है। उन्होनें अपने संबोधन में इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए डॉ0 पवित्र रस्तोगी और पेरियोडॉण्टोलॉजी विभाग की सराहना की।
व्यवहार में अपनायें स्वच्छता : सुरेश खन्ना
मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हमें अपने व्यवहार में स्वच्छता को अपनाना चाहिए। जो लोग अपने व्यवहार में स्वच्छता को अपनाते है वो इसे सही प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं और इसके प्रभाव एवं दुष्प्रभाव भी बता सकते हैं। हम अपने माहौल को बदल कर स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन की दिनचर्या में अपना सकते हैं। आज के समय में हम अपने भौतिक कार्यो में इतना व्यस्त हैं कि हमे स्वच्छता के लिए कार्य करने का समय ही नहीं मिलता है। समाज के लिए समाज के उच्च पदों पर बैठे व्यक्तियों की यह जिम्मेदारी है की उनको ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे समाज में एक आदर्श प्रस्तुत हो और समाज के व्यक्तियों को किसी अच्छे कार्य के लिए प्रेरित किया जा सके।
राष्ट्र को महान एवं स्वस्थ चरित्रवान बनाते हैं नागरिक
कार्यक्रम के संयोजक पेरियोडॉण्टोलॉजी विभाग के डॉ0 पवित्र रस्तोगी ने अपने सम्बोधन में बताया कि किसी भी देश अथवा राष्ट्र को महान उसके स्वस्थ एवं चरित्रवान नागरिक बनाते हैं। मुख की तुलना परिवार के मुखिया से की जाती है। भारत में 58 फीसदी व्यक्तियों द्वारा टूथ-पेस्ट और टूथ ब्रश का उपयोग किया जाता है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मुख की स्वच्छता के प्रति जन-जागरण करना है।
तीन मिनट ब्रश करना काफी
दंत संकाय के प्रो. शादाब मोहम्मद ने बताया की आज का मुख स्वच्छता दिवस प्रो. जीबी संखवार के जन्म दिवस पर मनाया जाता है जो पेरियोडॉण्टोलॉजी विभाग के जनक माने जाते हैं। उन्होंने बताया कि रात के खाने के बाद ब्रश करना बहुत आवश्यक है। इसके लिए समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत है। फ्लास्क से दांतों के बीच की सफाई करनी चाहिए तथा ब्रश को 3 मिनट से ज्यादा नहीं करना चाहिए।
सुरेश खन्ना ने उत्कृष्ट चिकित्सीय सेवा कार्य के लिए डॉ0 रवि मोहन, प्रो0 डॉ0 नंद लाल,विभागाध्यक्ष पेरियोडॉण्टोलॉजी विभाग, डॉ0 अविनाश अग्रवाल, विभागाध्यक्ष एम0आई0सी0यू0 को सम्मानित किया। इसके अलावा चिकित्सा विश्वविद्यालय के अन्य कर्मचारियों सुरेन्द्र कुमार, नीरज कुमार सिंह, अमित शुक्ला, रेनी चॉको थामस को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रामेश्वरी सिंघल ने किया।