-मोतिहारी में आयोजित सीएमई में अनेक रोगों के सफल उपचार के पेपर प्रस्तुत
मोतिहारी/पूर्वी चंपारण/लखनऊ। होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की मोतिहारी इकाई द्वारा सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचायत सभागार में 9 फरवरी को किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राम जी सिंह ने अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर एवं डॉ हैनिमैन के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि होम्योपैथी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और भारत विश्व में होम्योपैथी की राजधानी है। उन्होंने देश विदेश में होम्योपैथी के विकास पर विस्तार से चर्चा की। विशिष्ट अतिथि केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के पूर्व सदस्य डॉ अनुरुद्ध वर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस से डरें नहीं, बल्कि बचाव करें। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30 तीन दिन तक सुबह खाली पेट लेकर एवं अन्य सावधानियों को अपना कर इससे इससे बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथी को प्रचार प्रसार की जरूरत है।
कार्यक्रम को केंट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज हाजीपुर, बिहार के प्राचार्य डॉ जितेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया। वैज्ञानिक सत्र के मुख्य वक्ता आगरा के प्रख्यात होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ पवन पारीख ने डाइबिटीज, क्रोनिक रीनल फेलियर, आई बी एस, अवसाद आदि रोगों के होम्योपैथिक उपचार का सप्रमाण विवरण प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार एवं आभार डॉ राजेश कुमार श्रीवास्तव ने प्रकट किया। समारोह को डॉ एन के दास, डॉ आर बी सिंह,डॉ वी के सिंह, विश्वनाथ प्रसाद आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम में बेतिया, मुजफ्फरपुर, सिवान, पटना आदि जनपदों के लगभग 200 चिकित्सकों ने भाग लिया।