लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के अधीन लिम्ब सेंटर (डीपीएमआर) और गठिया विभाग की आपसी खींचातानी आज कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट के दौरे के समय खुलकर सामने आ गयी। दोनों विभागों के बीच खींचातानी का कारण डीपीएमआर के कमरे को गठिया विभाग में शामिल करने की कोशिश है। इस मुद्दे को लेकर डीपीएमआर के कर्मचारियों में भी खासा रोष है, ये कर्मचारी इस मसले को लेकर उच्च स्तर तक जाने की तैयारी कर रहे हैं।
लिम्ब सेंटर वर्कशॉप के स्टोर रूम को लेकर हुई बहस
हुआ यूं कि आज सुबह कुलपति ने लिम्ब सेंटर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां स्थित ऑर्थोपैडिक विभाग में बनने वाले आईसीयू, वेंटीलेंटर व ऑपरेशन थियेटर की दिक्कतों संबंधी विषयों पर जानकारी ली। सूत्र बताते हैं कि जब कुलपति ऑर्थोपैडिक विभाग व डीपीएमआर लिम्ब सेंटर का दौरा कर रह थे तभी गठिया विभाग के एक सर्जन ने लिम्ब सेंटर के वर्कशॉप में बने स्टोर रूम को गठिया विभाग को दिये जाने की बात कुलपति से कही, इतना सुनते ही वहां मौजूद लिम्ब सेंटर के वरिष्ठ डॉक्टर भडक़ गये और बोले ये कमरा कैसे ले सकते हैं आप, यह तो लिम्ब सेंटर के वर्कशॉप का स्टोर रूम हैं, इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी। बताया जाता है कि ऐसी अप्रिय स्थिति देख कुलपति ने बात को सम्भालते हुए और टालते हुए कहा कि चलिये देखूंगा मैं इसको।
बताया जाता है कि इसके बाद से लिम्ब सेंटर के कर्मचारियों में भी रोष हैं, उनका कहना है कि ऑर्थोपैडिक, गठिया विभाग के अधिकारी उन के कमरों, ऑपरेशन थियेटरों आदि पर निगाह गड़ाये हुए हैं, हम उनकी ये कोशिश कामयाब नहीं होने देंगे। इन कर्मचारियों का कहना है कि ऑर्थोपैडिक, गठिया विभाग अपनी बदनीयती से बाज नहीं आ रहे हैं, लिम्ब सेंटर की वस्तुओं और जगह पर नजरें लगाये हुए है, इसकी शिकायत उच्च स्तर पर की जायेगी तथा मौका पड़ा तो आंदोलन करने से भी हम नहीं हिचकेंगे।