केजीएमयू में अतिथि व्याख्यान का आयोजन, एसजीपीजीआई, लोहिया संस्थान, केजीएमयू के रेजीडेंट्स व फैकल्टी ने भी भाग लिया
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग द्वारा आज बुधवार को “ current diagnostic & prognostic ancillary test in breast cancer” के विषय पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन सेल्बी हॉल में किया गया। इस अवसर पर टाटा मेमोरियल अस्पताल, मुंबई की प्रोफेसर संगीता देसाई ने ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित मरीजों के विभिन्न प्रकार के टेस्ट के बारे में विस्तृत रूप से पैथोलॉजिस्ट एवं सर्जन को बताया।
प्रोफेसर संगीता देसाई ने बताया कि कौन सा डायग्नोस्टिक टेस्ट किस तरह से मरीजों में करना चाहिए तथा Early और Advance स्टेज में क्या करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अनुवांशिकी रूप से ब्रेस्ट कैंसर के मरीज और उनके परिवारिक सदस्यों का डायग्नोस्टिक टेस्ट किस प्रकार से किया जाना चाहिए।
प्रोफेसर संगीता देसाई डायग्नोस्टिक पैथोलॉजी, ब्रेस्ट, यूरोलॉजी, मालिक्यूलर डायग्नोस्टिक, टेलीमेडिसिन एवं रिसर्च बायोथिक्स की विशेषज्ञ हैं तथा उनके 150 से ज्यादा रिसर्च प्रकाशित हो चुके हैं।
इस अवसर पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने मुख्य अतिथि वक्ता को अपने अत्यंत संदेशपूर्ण व्याख्यान के द्वारा पैथोलॉजी विभाग के संकाय सदस्यों की विभाग में ब्रेस्ट कैंसर के नवीन अन्वेषण में सहायता के लिए धन्यवाद दिया। इसके अतिरिक्त कुलपति ने चिकित्सा विश्वविद्यालय के शल्य चिकित्सकों से वर्तमान निर्देशानुसार ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में पैथोलॉजिस्ट के सहयोग से ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में निर्णय लेने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने उक्त कार्यक्रम के आयोजन के लिए पैथोलॉजी विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम से नए चिकित्सकों एवं विद्यार्थियों को काफी कुछ सीखने को मिलता है तथा ऐसे कार्यक्रमों से आमजन को भी इसका लाभ प्राप्त होता है और चिकित्सा सेवा के बेहतर भविष्य के लिए ऐसे आयोजन लगातार किए जाने चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य रूप से पैथोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष एवं डीन, मेडिसिन प्रोफेसर मधुमति गोयल, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 अरुण चतुर्वेदी, जर्नल सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अभिनव अरुण सोनकर सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, रेजीडेंट एवं फैकल्टी सदस्य, आरएमएल लखनऊ के चिकित्सक, एसजीपीजीआई लखनऊ के रेजीडेंट एवं फैकल्टी सदस्य तथा लखनऊ पैथोलॉजिस्ट ग्रुप के सदस्य उपस्थित रहे।