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50 साल की शोध बताती है कि 10 साल आयु कम कर देती है तम्‍बाकू

रेस्‍पाइरेटरी मेडिसिन विभाग व संस्‍था तम्‍बाकू मुक्‍त लखनऊ अभियान के संयुक्‍त तत्‍वावधान में आयोजित हुआ कार्यक्रम

विश्‍व तम्‍बाकू निषेध दिवस पर केजीएमयू में आयोजित की गयी कार्यशाला

लखनऊ। यूके में तम्‍बाकू को लेकर 1940 से लेकर 1990 तक 50 वर्ष चली रिसर्च के परिणामों में जो सबसे खास और चिंताजनक नतीजा आया था वह था कि तम्‍बाकू के सेवन से व्‍यक्ति की औसत आयु 10 वर्ष कम हो जाती है। इसका सेवन किसी भी रूप में किया जाये, बहुत नुकसानदायक है।

 

यह बात केजीएमयू के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने आज यहां केजीएमयू के ब्राउन हॉल में विश्‍व तम्‍बाकू निषेध दिवस पर आयोजित एक कार्यशाला में अपने सम्‍बोधन में कही। केजीएमयू के रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग एवं स्वयंसेवी संस्था तम्बाकू मुक्त लखनऊ अभियान के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रो0 भट्ट ने कहा कि यदि अपने शहर, अपने प्रदेश को तम्बाकू मुक्त करना है तो उसकी शुरूआत सर्वप्रथम अपने घर से ही करनी होगी, इसलिए सबसे पहले वह केजीएमयू को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगें।

उन्होंने कहा कि विश्व में 60 लाख लोग एवं भारत में 10 लाख लोग परोक्ष या प्रत्यक्ष रूप से तम्बाकू की वजह से मौत के मुंह में समा जाते हैं। कुलपति‍ ने बताया कि लगभग एक तिहाई कैंसर का कारण तम्बाकू है तथा हृदय संबंधित 20 प्रतिशत बीमारी तम्बाकू के कारण होती हैं। इस प्रकार से कुल 65 प्रकार की बीमारियां तम्बाकू की वजह से होती है। उन्‍होंने कहा कि तम्बाकू निषेध की दिशा में जितना कार्य किया जा रहा है वह पर्याप्‍त नहीं है, समाज के लोगों को इसके लिए आगे आना होगा।

महापौर ने कहा, तम्‍बाकूमुक्‍त लखनऊ बनाने के लिए हरसंभव सहयोग देगा नगर निगम

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, लखनऊ की महापौर, संयुक्ता भाटिया ने तम्बाकू से होने वाली खतरनाक बीमारियों विशेष तौर पर कैंसर से संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि तम्बाकू के प्रयोग के प्रति आमजन को जागरूक किए जाने की विशेष आवश्यकता है, जिसके लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के साथ ही विभिन्न समाजसेवी संगठन एवं अन्य संस्थाओं द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान में युवा वर्ग खासकर छात्र-छात्राओं का सहयोग यदि प्राप्त हो जाए तो निश्चित तौर पर इस रोकने में सफलता मिलेगी। महापौर ने कहा तम्बाकू मुक्त लखनऊ होने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वच्छ भारत अभियान योजना को भी बल मिलेगा क्योंकि तम्बाकू के प्रयोग से स्वास्थ्य के साथ-साथ शहर भी गंदा होता है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू मुक्त लखनऊ बनाने के लिए राज्य सरकार से साथ ही लखनऊ नगर निगम हर संभव सहयोग को तैयार है।

प्रो सूर्यकांत ने कहा, ई सिगरेट सबसे ज्‍यादा नुकसानदेह

कार्यक्रम में रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 सूर्यकांत ने कहा कि भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जहां तम्बाकू का विभिन्न रूपों में सेवन किया जाता है। उन्होंने बताया कि कैंसर के मूल कारणों में तम्बाकू एक बड़ा कारक है। उन्होंने बताया कि 40 प्रकार के कैंसर और 25 प्रकार की विभिन्न बीमारियों का मुख्य कारण तम्बाकू का सेवन है। इसके साथ ही आज के परिवेश में ई-सिगरेट के प्रचलन पर उन्होंने प्रहार करते हुए कहा कि ताजा रिसर्च बताती है कि ई सिगरेट भी बहुत हानिकारक है। निकोटिन का मुख्य कारक तम्बाकू है लेकिन ई-सिगरेट को लेकर आमजन में जो यह भ्रांति है कि इससे तम्बाकू की लत से निजात मिलती है और यह स्वास्थ्य के लिए कम नुकसानदेह है, जबकि इसके उलट ई-सिगरेट स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदेह है।

 

प्रो0 सूर्यकांत ने कहा कि तम्बाकू से करीब 2.50 करोड़ लोगों को रोजगार मिलता है और सरकार को राजस्‍व भी मिलता है,  यह भी एक वजह है कि इसको प्रतिबंधित नहीं किया जा रहा है लेकिन तम्बाकू से जितना राजस्व सरकार को मिलता है उससे कहीं ज्यादा तम्बाकू जन्य बीमारियों पर खर्च करना पड़ता है।

 

विनोबा सेवाश्रम के संस्थापक रमेश भैया ने बताया कि तम्बाकू की लत सबसे बुरी लतों में से एक है, जिसके चंगुल में हर रोज 5500 युवा फंस कैंसर के खतरे को बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा तम्बाकू की रोकथाम के लिए तम्बाकू मुक्त लखनऊ अभियान, वेंडर लाइसेंसिंग पॉलिसी को लेकर नगर निगम के सहयोग से कार्य कर रहा है, तो वहीं युवाओं को बचाने और तम्बाकू के व्यसन की तरफ बढ़ने से केजीएमयू के सहयोग से उनको रोकने का कार्य कर रहा है।

छात्र-छात्राओं ने किया तम्बाकू निषेध अभियान में हिस्सा लेने का वादा।

कार्यक्रम का संचालन विक्रम मिश्रा ने किया। इसके साथ ही कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन आभा भारद्वाज द्वारा किया गया। इस अवसर पर डीन, फैकेल्टी ऑफ नर्सिंग डॉ  मधुमति गोयल ने कहा कि केजीएमयू के विद्यार्थी तम्बाकू के खिलाफ इस जंग में हर मोर्चे पर कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि नर्सिंग के छात्र-छात्राएं नुक्कड़ नाटक एवं विभिन्न विधियों के माध्यम से आमजन को जागरूक करने के लिए हरसंभव सहयोग को तैयार हैं। इस अवसर पर फिजियोलॉजी विभाग के प्राचार्य डॉ नरसिंह वर्मा, तम्बाकू मुक्त लखनऊ अभियान के अभिषेक तिवारी, मुमताज अली, शिवाकांत, दिव्या सक्सेना, जेपी शर्मा सहित अन्य चिकित्सक एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।