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तम्बाकू में 500 से ज्यादा कैंसरकारक रासायनिक तत्व

केजीएमयू आयोजित संगोष्ठी में तम्बाकू छोड़ने और छुड़ाने की शपथ दिलाई गयी।

लखनऊ। तम्बाकू के सेवन के भयावह परिणाम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें मौजूद 7000 रासायनिक तत्वों में 500 से ज्यादा रासायनिक तत्व ऐसे हैं जो कैंसरकारक हैं। इसका सेवन करने वाले व्यक्ति की आयु करीब 10 वर्ष कम हो जाती है। यही नहीं इसकी बिक्री से विश्व भर में 370 डॉलर आमदनी होती है लेकिन उसका चार गुना खर्च इससे होने वाले रोगों के इलाज में हो जाता है यानी शारीरिक और आर्थिक दोनों दृष्टिकोण से तम्बाकू मनुष्य को खोखला कर रही है।

10 साल कम हो जाती है तम्बाकू खाने वाले की आयु : प्रो भट्ट

यह महत्वपूर्ण बात आज 31 मई को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय केजीएमयू में आयोजित एक संगोष्ठी के दौरान कुलपति प्रो.एमएलबी भट्ट ने कही। यह कार्यक्रम केजीएमयू और आरोग्य भारती अवध प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर आयोजित किया गया था। प्रो. भट्ट ने कहा कि एक शोध में यह सामने आया है कि तम्बाकू खाने वाले की आयु 10 साल कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू छोडऩे का मूल मंत्र बताते हुए कहा कि सकारात्मक विचार और दृढ़ इच्छाशक्ति से ऐसा करना संभव है। उन्होंने कहा कि इसके लिए खूब पानी पीये, व्यायाम करें और कुसंगति से बचेें।

इसका विकल्प ई सिगरेट या निकोटीन च्यूइंग गम नहीं : डॉ रमाकान्त

संगोष्ठी में मुख्य वक्ता प्रो. रमाकांत ने पावर प्रेजेन्टेशन से तम्बाकू से होने वाले रोगों और उनकी भयावहता का बड़ी स्क्रीन पर प्रदर्शन किया। एक शेर के माध्यम से अपना भाषण शुरू करने के बाद.. वो देखो जला घर किसी का.. .. गाने की लाइन से तम्बाकू के चलते नष्टï हुए घर का चित्रण प्रस्तुत किया।  उन्होंने बताया कि एक तिहाई लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं, एक तिहाई लोग गरीब हैं तथा एक तिहाई लोग ही तपेदिक यानी टीबी के मरीज हैं। उन्होंने कहा कि तम्बाकू के सेवन से हार्ट डिजीज, कैंसर, डायबिटीज तथा श्वास सम्बन्धी बीमारियां होती हैं। उन्होंने तम्बाकू छोडऩे की अपील करते हुए यह बताया कि इसका विकल्प ई सिगरेट, इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट या निकोटीन च्यूइंग गम नहीं है, बल्कि इसका निषेध ही उपाय है।

70 लाख लोग असमय काल के गाल में जा रहे : प्रो विनोद जैन

कार्यक्रम के संयोजक सर्जरी विभाग के प्रो विनोद जैन ने कहा कि विश्व में करीब 70 लाख लोग असमय काल के गाल में जा रहे हैं। उन्होंने सभी से तम्बाकू छोडऩे की अपील करते हुए दूसरों की तम्बाकू छुड़वाने में मदद करने को कहा। उन्होंने समारोह स्थल पर उपस्थित सभी लोगों को हाथ उठाकर शपथ दिलवायी कि यदि तम्बाकू खाते हैं तो नहीं खायेंगे और यदि नहीं खाते हैं तो इसे खाने वाले को छोडऩे के लिए प्रेरित करेंगे।

एक मिनट के प्राणायाम से तुरंत तनाव गायब : डॉ अभय नारायण

इस मौके पर उपस्थित आरोग्य भारती, अवध प्रांत के सचिव डॉ. अभय नारायण ने तनाव से तुरंत मुक्ति पाने का उपाय बताया। इसके लिए उन्होंने हॉल में उपस्थित सभी लोगों को खड़ा करके पैर के पंजों से शुरुआत करते हुए सिर तक शरीर को कड़ा करने तथा बाद में धीरे-धीरे ढीला करने का प्राणायाम करवाया। उन्होंने बताया कि तम्बाकू छोडऩे में अजवाइन बहुत लाभप्रद है समय-समय पर इसके दाने खा सकते हैं।
धन्यवाद ज्ञापन रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्यकांत द्वारा दिया गया। उन्होंने कार्यक्रम के संयोजक डॉ विनोद जैन को शोमैन बताते हुए प्रशंसा की कि इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी इन्हें इसीलिए दी गयी कि इनके पास एक सुसंगठित टीम है जिसकी सहायता से प्रो.जैन इस आयोजन को सफलता पूर्वक अंजाम देंगे। इस अवसर पर दंत संकाय, पैरामेडिकल संकाय और रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित व्यक्तियों में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो एसएन संखवार, अधिष्ठाता दंत संकाय प्रो. शादाब मोहम्मद,  अधिष्ठïाता चिकित्सा संकाय प्रो मधुमति गोयल, अधिष्ठाता नर्सिंग संकाय प्रो पुनिता मानिक, कुलानुशासक प्रो. आरएएस कुशवाहा एवं सभी संकायों के छात्र-छात्रायें एवं संकाय सदस्य उपस्थित रहे।

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