Wednesday , October 11 2023

मोदी के जन्‍मदिन पर टीबी से ग्रस्‍त छह बच्‍चों को गोद लिया लोहिया संस्‍थान ने

-शहीद पथ स्थित कैम्‍पस में 50 पीपल के वृक्ष भी रोपित किये गये

-गोद लिये बच्‍चों के इलाज व पोषण की जिम्‍मेदारी उठायेगा संस्‍थान

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। बच्चों में क्षय रोग यानी टीबी होना एक जटिल समस्या है, ऐसे में बच्चों को यदि सही पोषण नहीं मिलेगा तो यह स्थिति बच्चों की बीमारी को और विकट बना देती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर आज 17 सितंबर को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा सूचीबद्ध किए हुए टीबी से ग्रस्त 6 बच्चों को राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने पोषण और इलाज के लिए गोद लिया। संस्थान में आयोजित एक सूक्ष्म समारोह में इन बच्चों और उनके अभिभावकों का संस्थान द्वारा स्वागत किया गया तथा बच्चों को फलों की टोकरी की गई

यह जानकारी देते हुए मीडिया प्रवक्‍ता डॉ श्रीकेश सिंह ने जारी एक विज्ञप्ति में बताया है कि इस मौके पर संस्थान की निदेशक प्रोफेसर नुजहत हुसैन ने कहा कि इन बच्चों का संस्थान में पंजीकरण कर लिया गया है और उन सभी को एक हेल्थ कार्ड भी दिया गया है, जिससे भविष्य में उन बच्चों को संस्थान में सहायता मिलती रहेगी।

समारोह में माइक्रोबायोलॉजी की प्रोफेसर डॉ विनीता मित्तल ने सभी बच्चों और उनके अभिभावकों का स्वागत किया और कार्यक्रम की समस्त जानकारी दी। बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ दीप्ति अग्रवाल ने टीबी की बीमारी और उससे होने वाले कुपोषण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किस प्रकार टीबी एवं कुपोषण एक दूसरे को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रोटीनयुक्त आहार लेने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे टीबी जैसी बीमारी से लड़ने में सहायता मिलती है।

इस मौके पर टीबी एवं श्‍वास रोग के विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत कुमार ने गोद लिए हुए बच्चों को टीबी के इलाज में के बारे में जानकारी दी। उन्होंने टीबी की दवाओं के दुष्प्रभाव एवं उसके निवारण के बारे में भी जानकारी दी।

प्रधानमंत्री के जन्मदिन के मौके पर आज ही संस्थान के शहीद पथ स्थित नए कैंपस में वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया गया जिसमें निदेशक द्वारा उचित स्थानों पर पीपल के वृक्ष लगाए गए। संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा अधीक्षक एवं संकाय सदस्यों ने मिलकर लगभग 50 पीपल के वृक्ष लगाए। यह वृक्ष भविष्य में बनने वाले मार्गों के किनारे लगाए गए हैं ताकि आने वाले समय पर मार्गों पर अपनी छाया से परिसर को सुखद अनुभूति प्रदान करेंगे। समारोह में डॉ राजन भटनागर, डॉक्टर कांडपाल, डॉ विक्रम सिंह, संजय सिंह व अन्य सदस्य उपस्थित थे।