-अहमदाबाद में आयोजित SSAT KAIZENCON 2025 में किया गया सम्मानित

सेहत टाइम्स
लखनऊ। सोसायटी फॉर सर्जरी ऑफ द एलीमेंट्री ट्रैक्ट (SSAT) के भारतीय अध्याय के प्रथम सम्मेलन KAIZENCON 2025 ने जठरांत्र (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल) और कोलोरेक्टल सर्जरी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया। यह सम्मेलन अहमदाबाद, गुजरात में आयोजित हुआ, जिसमें दुनियाभर के अग्रणी विशेषज्ञों ने भाग लिया और इस क्षेत्र में नवीनतम अनुसंधान और नवाचारों पर विचार-विमर्श किया।
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU), लखनऊ के सर्जरी विभाग में अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. सौम्या सिंह को कोलोरेक्टल सर्जरी सत्र की अध्यक्षता करने का सम्मान प्राप्त हुआ। यह सत्र कोलोरेक्टल सर्जरी की उन्नत तकनीकों और रोगी देखभाल में सुधार पर केंद्रित था। डॉ. सिंह को SSAT, USA के प्रेसिडेंट-इलेक्ट डॉ. ग्रेग कैनेडी और भारत के प्रख्यात जीआई सर्जन डॉ. संजीव हरिभक्ति द्वारा उनके महत्वपूर्ण योगदानों के लिए सम्मानित किया गया।


इस अवसर पर डॉ. सौम्या ने कहा, “यह सम्मेलन सहयोग, ज्ञान विनिमय और सर्जिकल तकनीकों के विकास के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान करता है उन्होंने कहा कि KGMU जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में इस प्रकार के वैश्विक संवाद अकादमिक और नैदानिक उत्कृष्टता को बढ़ाने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।”
उन्होंने कहा कि किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी सर्जिकल शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है और नवीनतम चिकित्सा प्रगति को अपने नैदानिक अभ्यास में शामिल कर रही है। SSAT KAIZENCON 2025 जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों में भागीदारी, साक्ष्य-आधारित सर्जिकल प्रथाओं को बढ़ावा देने और भावी सर्जनों को प्रशिक्षित करने की KGMU की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। जैसे-जैसे कोलोरेक्टल सर्जरी रोबोटिक और न्यूनतम इनवेसिव तकनीकों के साथ विकसित हो रही है, ऐसे वैश्विक सहयोग रोगियों के बेहतर उपचार और भारत में सर्जिकल शिक्षा के उन्नयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
