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जबर्दस्त सुविधाओं वाली सीटी स्कैन मशीन लगेगी केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में

-80 प्रतिशत कम रेडिएशन, स्ट्रेचर सहित सीधे स्कैन, एआई आधारित ऑटो-पोजिशनिंग, 3D स्पाइन-रिब विश्लेषण की सुविधा

-मशीन की स्थापना के लिए कुलपति ने किया भूमिपूजन

सेहत टाइम्स 

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के ट्रॉमा सेंटर में आज एआई सक्षम, अत्याधुनिक CT स्कैन सुविधा की स्थापना के लिए भूमि पूजन सम्पन्न हुआ। यह समारोह कुलपति पद्मश्री प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद के द्वारा मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न हुआ। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह तकनीक ट्रॉमा में आने वाले गंभीर रोगियों को बिना देरी के तुरंत जांच की सुविधा देगी। उन्होंने कहा कि अत्यधिक मरीज भार को देखते हुए यह परियोजना सुविचारित विज़न और संस्थागत सहयोग के कारण संभव हो पाई है।

कुलपति ने कहा, “ट्रॉमा में समय सबसे बड़ी चुनौती है। यह एआई आधारित CT मशीन जांच को कई गुना तेज कर देगी और गंभीर रोगियों को शुरुआती ‘गोल्डन आवर’ में ही उचित उपचार का लाभ मिलेगा।”

विभागाध्यक्ष, रेडियोलॉजी डॉ अनित परिहार ने बताया कि नई मशीन का ‘ED-Trauma Mode’ मरीज को स्ट्रेचर सहित सीधे स्कैन करने की सुविधा देता है। उन्होंने कहा, “यह सिस्टम तकनीकी देरी को लगभग समाप्त कर देता है। मशीन का एआई आधारित ऑटो-पोजिशनिंग, 3D स्पाइन-रिब विश्लेषण और 80 प्रतिशत कम रेडियेशन इसे अत्याधुनिक और मरीज-हितैषी बनाता है।”

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, ट्रॉमा सेंटर डॉ प्रेम राज सिंह ने कहा कि ट्रॉमा सेंटर रोजाना मरीजों की बड़ी संख्या का भार संभालता है, यह सुविधा सेवाओं को तेज और बेहतर बनाएगी।

चिकित्सा अधीक्षक, ट्रॉमा सेंटर डॉ अमिय अग्रवाल ने कहा कि नई CT सुविधा आपातकालीन सेवाओं में गति और सटीकता दोनों को नए स्तर पर ले जाएगी।

प्रोफेसर, न्यूरोसर्जरी डॉ सोमिल जैसवाल ने बताया कि एआई आधारित विश्लेषण खासकर स्पाइन और सिर की चोटों में सर्जिकल निर्णय को तेज और सटीक बनाएगा।

मीडिया प्रभारी एवं प्रोफेसर, जनरल सर्जरी डॉ के. के. सिंह ने कहा कि यह तकनीक KGMU को देश के शीर्ष ट्रॉमा केयर केंद्रों की श्रेणी में और मजबूत स्थान दिलाएगी।

विभागाध्यक्ष, वृद्धावस्था मानसिक स्वास्थ्य विभाग डॉ श्रीकांत श्रीवास्तव ने इसे अस्पताल की समग्र सेवाओं के उन्नयन का महत्त्वपूर्ण कदम बताया।

विभागाध्यक्ष, क्रिटिकल केयर मेडिसिन डॉ अविनाश अग्रवाल ने कहा कि गंभीर मरीजों में समय की हर देरी महत्त्वपूर्ण होती है और यह मशीन निर्णय प्रक्रिया को तुरंत आगे बढ़ाने में मदद करेगी।

विभागाध्यक्ष, PMR डॉ अनिल गुप्ता ने बताया कि बेहतर इमेजिंग पुनर्वास की रणनीति तैयार करने में भी सहायक होगी।

सिविल विभाग के पदाधिकारी ने आश्वस्त किया कि निर्माण और स्थापना कार्य को निर्धारित समय में पूरा किया जाएगा।

नई CT सुविधा की प्रमुख विशेषताएँ

• एआई आधारित ऑटो-पोज़िशनिंग

• स्ट्रेचर से सीधे स्कैन

• स्पाइन व रिब की स्वत: पहचान

• 80% कम रेडियेशन

• तेज गति और उच्च गुणवत्ता की इमेजिंग

इस सुविधा के साथ KGMU ट्रॉमा सेंटर की आपातकालीन सेवाएँ और अधिक सक्षम होंगी और प्रदेश के मरीजों को विश्वस्तरीय उपचार और सुरक्षा उपलब्ध होगी।

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