-आरएएलसी स्थित कोविड अस्पताल में डॉफिन्ग एरिया में छितरी पड़ी हुई हैं इस्तेमाल की हुई पीपीई किट्स, सैनिटाइजर भी नदारद
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचने पर उससे उतरने की जल्दबाजी दिखाने में जो लापरवाही होती है और उसका खामियाजा कभी-कभी पैर कटने की दुर्घटना के रूप में भुगतना पड़ता है, कुछ इसी प्रकार की जल्दबाजी किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के आरएएलसी स्थित कोविड अस्पताल में प्रतीत हो रही है, कोविड ड्यूटी पूरी होने के बाद ड्यूटी करने वाले लोगों द्वारा डॉफिन्ग एरिया में जिस तरह पीपीई किट और अन्य वेस्ट मैटीरियल डाला जा रहा है, वह देखने में नगर निगम का कूड़ा घर ज्यादा दिख रहा है, जहां बेतरतीब तरीके से गंदगी फैली हुई है। चिंता की बात यह है कि इससे यहां ड्यूटी करने वालों को खतरा होने के साथ ही इस कचरे को जानवरों द्वारा इधर-उधर फैलाने की स्थिति में संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।
इस दुर्व्यवस्था के शिकार हुए लोगों ने अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि डॉफिन्ग एरिया का यह हाल है ही यहां के टॉयलेट भी साफ-सुथरे नहीं हैं, जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार आरएएलसी कोविड अस्पताल के डॉफिन्ग एरिया का हाल बुरा है, यहां चारों तरफ फैली पीपीई किट और अन्य वेस्ट मैटीरियल डिब्बों में रखे जाने के बजाय खुले में बिखरा पड़ा है, जिससे अंदर से लेकर बाहर तक संक्रमण फैलने का पूरा खतरा बना हुआ है। यही नहीं यहां पर हैंड सैनिटाइजर की मशीन तो है लेकिन उसमें सैनिटाइजर की बोतल नदारद है। सोच कर देखिये कि कोविड मरीजों के बीच ड्यूटी करने वालों के ये सुरक्षा कवच निश्चित रूप से संक्रमण का भंडार होते हैं, इसी लिए इसका प्रॉपर रखरखाव से लेकर लाल, पीले, काले डिब्बों में सम्बन्धित कचरा डालकर उसका मशीन में डिस्पोसल किया जाना रोज का कार्य निर्धारित किया गया है।
यह सही है कि थका देने वाली कोविड ड्यूटी करने के बाद कर्मी की मन:स्थिति बुरी तरह थकने वाली होती है, और उसे आराम करने के लिए जाने की जल्दी होती है, लेकिन इस जल्दबाजी में अपने ही साथियों या दूसरे लोगों को संक्रमण हो जाये, इसे वे कर्मी भी चाहेंगे जो इस तरह की लापरवाही करते हैं, बेहतर होगा कि इसे प्रॉपर डिस्पोज करने के लिए ढंक कर रखा जाये, साथ ही सैनिटाइजर नितांत आवश्यक चीज अवश्य ही वहां उपलब्ध रहे, जिससे किट उतारने के बाद व्यक्ति तुरंत ही अपने हाथ सैनिटाइज कर सके।
इस विषय में जब केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता प्रो संदीप तिवारी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मैं अभी एक जरूरी मीटिंग में हूं, इस तरह की गंदगी की बात मेरी जानकारी में नहीं है, इसके बारे में मैं अभी तुरंत पता लगवाता हूं।