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डॉ वीएस नारायण के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये युवा चिकित्‍सकों को

-एक योग्‍य चिकित्‍सक-शिक्षक के साथ ही बेहतरीन इंसान भी हैं प्रो वीएस नारायण

-केजीएमयू के कार्डियोलॉजी विभागाध्‍यक्ष की सेवानिवृत्ति पर कुलपति ने दीं शुभकामनायें

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी ने कहा कि डॉ वी0 एस0 नारायण एक योग्य चिकित्सक, शिक्षक होने के साथ ही बेहतरीन इंसान भी हैं। आज के युवा चिकित्‍सकों को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये।  

कुलपति ने यह बात आज 5 नवम्‍बर को कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्‍यक्ष प्रो वीएस नारायण के सेवानिवृ‍त्‍त होने पर उनके सम्‍मान में आयोजित समारोह की अध्‍यक्षता करते हुए अपने सम्‍बोधन में कही। उन्होंने कहा कि डॉ नारायण ने अपना पूरा जीवन मरीज के उपचार एवं उनकी सेवा में लगाया है, जो आज के युवा चिकित्सकों के लिए एक प्रेरणा है। इसके साथ ही उन्होंने डॉ नारायण को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 वी0एस0 नारायण के सेवानिवृत होने पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के चिकित्सकों एवं शिक्षकों ने उन्हें भावभीनी विदाई देते हुए प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस मौके पर डॉ वी0 एस0 नारायण ने कहा कि के0जी0एम0यू0 के लिए काम करना उनके लिए एक गौरवान्वित व सुखद अनुभव रहा। उन्होंने साथी चिकित्सकों को हर समय सहयोग के लिए धन्यवाद कहा। साथ ही युवा चिकित्सकों को ऊर्जा के साथ गरीबों और जरूरतमंदों के हित में काम करने की नसीहत दी।

डॉ0 नारायण ने एम0बी0बी0एस0 झांसी के एम0एल0बी0 मेडिकल कॉलेज से तथा एम0 डी0 मेडिसिन और डी0एम0 (कार्डियोलॉजी) की पढ़ाई कानपुर के जी0एस0वी0एम0 मेडिकल कॉलेज से पूरी की है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, धर्मशास्त्र, मेडिसिन, सर्जरी और नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में सम्मनित प्रमाणपत्र प्राप्त किए हैं। डॉ नारायण ने वर्ष 1984 से किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय को अपनी सेवाएं देना प्रारम्भ किया था।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रतिकुलपति प्रो0 विनीत शर्मा, कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 अब्बास अली मेहदी, अधिष्ठाता दंतसंकाय, डॉ अनिल चन्द्रा, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, प्रो0 अमिता जैन, कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो0 एस0 के0 द्विवेदी तथा पद्मश्री एवं मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट (सेवानिवृत) डॉ मंसूर हसन उपस्थित रहे।