सपा प्रमुख अखिलेश सिंह सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति में की थी टिप्पणी, वीडियो वायरल
लखनऊ। चुनाव प्रचार के दौरान भाषा की मर्यादा तार-तार हो रही है। नतीजा यह है कि स्थिति यहां तक पहुंच गयी है कि सुप्रीम कोर्ट ने जब इस पर गहरी नाराजगी जतायी तो चुनाव आयोग को भी बड़े नेताओं के खिलाफ सख्त रवैया अपनाना पड़ा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व भाजपा के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती पर 36 घंटे के लिए चुनाव प्रचार पर रोक लगायी थी कि एक और बड़े नेता कहे जाने वाले समाजवादी पार्टी के नेता व उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके मोहम्मद आजम खां को रामपुर से लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहीं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के प्रति अपमानजनक व आपत्तिजनक बयान देने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग ने नोटिस जारी किया है।
आपको बता दें कि रामपुर में आजम खां समाजवादी पार्टी की ओर से लोकसभा सीट के लिए चुनाव मैदान में उनका मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर लड़ रहीं जयाप्रदा से माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मंच पर बैठे दिखायी दे रहे हैं। 14 अप्रैल को हुई इसी सभा में आजम खां ने बिना नाम लिये हुए जयाप्रदा के लिए अत्यंत आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
इस सम्बन्ध में वीडियो भी वायरल हो गया। और फिर शुरू हो गया चर्चाओं का दौर, अभी टिप्पणियों, चर्चाओं का दौर चल ही रहा था कि राष्ट्रीय महिला आयोग की तरफ से आजम खां को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि समाचार पत्रों और समाचार के अन्य संसाधनों की रिपोर्ट के अनुसार आपके खिलाफ आरोप है कि 14 अप्रैल को दिये अपने भाषण में आपने एक महिला राजनीतिज्ञ के लिए सेक्सीएस्ट टिप्पणी की है। आप पहले भी अपमानजनक टिप्पणी कर चुके हैं। आयोग की ओर से पत्र में कहा गया है कि इस सम्बन्ध में आप अपनी संतोषजनक सफाई आयोग को दें।