-डॉ गिरीश गुप्ता के छह तरह की फंगस पर सफल इलाज के पेपर्स छप चुके हैं जर्नल्स में
-पोस्ट कोविड कॉम्प्लीकेशंस का भी होम्योपैथिक दवाओं से घर पर ही उपचार संभव
धर्मेन्द्र सक्सेना
लखनऊ। कोविड-19 की दूसरी लहर से परेशानियों से निपटने की कोशिशें चल ही रही हैं कि ब्लैक फंगस ने लोगों की दहशत को और बढ़ा दिया है। नाक, मुंह, आंख जैसी मुख्य जगहों पर होने वाली इस ब्लैक फंगस से हो रही मौतों से लोग दहशत में हैं। कोविड के बाद में होने वाली बीमारियों में इस फंगस की बीमारी के शामिल होने से लोग परेशान हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इससे निपटने के लिए अलग गाइडलाइन जारी की है। संजय गांधी पीजीआई के निदेशक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। इन सबके बीच ब्लैक फंगस, व्हाइट फंगस सहित छह तरह की फंगस को होम्योपैथिक दवाओं से कंट्रोल करने की सफल लैब स्टडीज (एक्सपेरिमेंटल प्रूव्ड) सामने आयी हैं।
ये स्टडीज यहां राजधानी लखनऊ स्थित गौरांग क्लीनिक एंड सेंटर फॉर होम्योपैथिक रिसर्च के चीफ कंसल्टेंट डॉ गिरीश गुप्ता ने भारत सरकार की ख्यातिलब्ध लैब्स में वैज्ञानिकों के साथ मिलकर की गयी हैं। इन पर करीब 10 पेपर्स का प्रकाशन विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय जर्नल्स में हो चुका है।
इसी ज्वलंत मुद्दे पर ‘सेहत टाइम्स’ ने डॉ गिरीश गुप्ता से एक साक्षात्कार किया, इस साक्षात्कार में अनेक महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में पता चला देखिये वीडियो