-जांच रिपोर्ट व दवाएं वार्ड में उपलब्ध कराने के लिए न्युमैटिक ट्यूब सिस्टम लागू
-केजीएमयू में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने की दोनों सुविधाओं की शुरुआत
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU), लखनऊ के ट्रॉमा सेन्टर में गलं बने आईसीयू (इन्टेंसिव केयर यूनिट) में उपलब्ध वेंटीलेटर बेड की उपलब्धता को पारदर्शी बनाते हुए इसका प्रदर्शन डैशबोर्ड पर किया जायेगा, जिससे कोई भी व्यक्ति मौजूदा उपलब्धता की जानकारी ले सकेगा। इस व्यवस्था का शुभारम्भ आज 2 जून को उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक द्वारा कुलपति प्रो. (डॉ.) सोनिया नित्यानंद की उपस्थिति में किया गया। इसके साथ ही मरीज के वार्ड में ही दवाएं और जांच रिपोर्ट्स पहुंचाने के लिए न्युमैटिक ट्यूब सिस्टम की भी शुरुआत की गयी है।
यह जानकारी देते हुए ट्रॉमा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रेम राज सिंह ने बताया कि संस्थान द्वारा एक जनहितैषी तकनीकी नवाचार की शुरुआत की गई है। उन्होंने बताया कि ICU वेंटीलेटर बेड की उपलब्धता अब रियल टाइम में ऐप आधारित डैशबोर्ड के माध्यम से सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित होगी। उन्होंने कहा कि इस डैशबोर्ड का उद्देश्य ICU में उपलब्ध 149 वेंटीलेटर बेड्स की वास्तविक समय स्थिति को पारदर्शी रूप से आम जनता और तीमारदारों के समक्ष प्रस्तुत करना है।


उन्होंने इसकी कुछ मुख्य विशेषताएँ बताते हुए कहा कि यह डैशबोर्ड ट्रॉमा कॉरिडोर जैसे सार्वजनिक स्थलों पर ICU वेंटीलेटर बेड्स की रिक्तता या भरे होने की स्थिति रियल टाइम में दर्शाएगा। उन्होेंने बताया कि किसी मरीज के डिस्चार्ज होते ही जानकारी अपने आप अपडेट हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस नयी व्यवस्था का सामाजिक प्रभाव भी पड़ेगा, क्योंकि यह प्रणाली उस आम धारणा को तोड़ेगी कि वेंटीलेटर बेड्स पर वीआईपी को प्राथमिकता दी जाती है। इस पारदर्शिता से आम जन का विश्वास स्वास्थ्य व्यवस्था पर और मजबूत होगा। इसके साथ ही लोग स्वयं स्क्रीन पर देखकर यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि बेड उपलब्ध है।
ट्रॉमा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमिय अग्रवाल ने बताया कि अवसर पर ‘SAVDHAN’ डिजास्टर मैनेजमेंट कोर्स पूर्ण करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। साथ ही न्युमैटिक ट्यूब सिस्टम का भी उद्घाटन हुआ, जिससे मरीजों को उनके वार्ड में ही दवाइयाँ और रिपोर्ट्स शीघ्रता से प्राप्त होंगी। समारोह के दौरान उप-मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक पारदर्शी व प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।
इस अवसर पर ट्रॉमा सेंटर के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सोमिल जायसवाल, केजीएमयू स्कूल ऑफ़ स्किल के प्रभारी डॉ. समीर मिश्रा एवं ट्रॉमा सेंटर के कैजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर डॉ. धीरेंद्र पटेल एवं डॉ. समीर कुमार भी उपस्थित रहे।
