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गांवों के विकास की दिशा में अवश्‍य कार्य करना चाहिये तकनीकी संस्‍थाओं को

-आईआईटी कानपुर में उन्नत भारत अभियान के रीजनल वर्कशॉप का आयोजन

लखनऊ। महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रोफेसर भानु प्रताप सिंह ने कहा है कि प्रत्येक तकनीकी संस्थाओं को गांवों के विकास की दिशा में अवश्य कार्य करना चाहिए।

यह बात प्रो भानु प्रताप सिंह ने शनिवार को महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर में उन्नत भारत अभियान के रीजनल वर्कशॉप के मौके पर जारी अपने संदेश में कही।  विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर अखंड प्रताप सिंह ने भी अपने संदेश में कहा कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली, गाँवों के विकास में योगदन देने वाले संस्थान के विद्यार्थियों को इस कार्य के लिए अतिरिक्त क्रेडिट भी देगी। कुलपति और कुलसचिव के इन संदेशों के बारे में महर्षि विश्‍वविद्यालय की ओर से वर्कशॉप में भाग लेने गये विश्‍वविद्यालय के प्रो सपन अस्‍थाना ने जानकारी दी।

उन्‍होंने बताया कि उन्नत भारत अभियान का राष्ट्रीय समन्वयक संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली है। रीजनल वर्कशॉप में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर के प्रोफेसर संदीप संगल, प्रोफेसर रीता सिंह, प्रोफेसर देवी प्रसाद मिश्रा सहित अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के रीजनल मैनेजर भी उपस्थित थे।  इस रीजनल वर्कशॉप  विभिन्न तकनीकी संस्थाओ ने भाग लिया।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग की उन्नत भारत अभियान योजना के अंतर्गत महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ, ने विश्वविद्यालय के पास के पांच गाँव को गोद लिया है जिनमे मुतक्कीपुर, अल्लू नगर दिगुरिया, नरहरपुर, पल्हरी और सरौरा ग्राम पंचायतें हैं।

विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी सपन अस्थाना ने बताया कि उन्नत भारत अभियान का उद्देश्य तकनीकी संस्थाओं का ज्ञान, स्वैच्छिक संगठनों का अनुभव, सरकार के संसाधन सभी को मिलाकर गांवों का विकास किया जाय।  विश्वविद्यालय, गोद लिये गाँव में शिक्षा, जल प्रबंधन, ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, अच्छा स्वास्थ्य और रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करेगा। उन्नत भारत अभियान में विशेषरूप से महर्षि के भावातीत ध्यान द्वारा ग्रामीणों को तनाव मुक्त कर अच्छा स्वास्थ्य उपलब्ध कराने पर विशेष बल दिया जायेगा।