नये निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक डॉ डीएस नेगी ने कहा, पीआईसीयू खुलेगा, मरीज की संतुष्टि पहली प्राथमिकता
लखनऊ। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल के नये निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक बनाये गये डॉ डीएस नेगी के अस्पताल में आने के बाद लम्बे समय से धूल फांक रहे वेंटीलेटर्स का उपयोग शुरू हो सकेगा क्योंकि डॉ नेगी की प्राथमिकताओं में एक प्राथमिकता यह भी है कि अस्पताल में बच्चों की गहन देखरेख इकाई (पीआईसीयू) को शुरू करना है।
‘सेहत टाइम्स‘ से बातचीत में डॉ नेगी ने अपनी तीन प्राथमिकतायें गिनाते हुए कहा कि सबसे पहली प्राथमिकता तो अस्पताल में आने वाले मरीजों को अच्छा इलाज मिले जिससे वे संतुष्ट हो सकें, दूसरी प्राथमिकता यहां पर सीटी स्कैन की सुविधा शुरू करना होगा तथा तीसरी प्राथमिकता बच्चों के लिए गहन चिकित्सा इकाई यानी पीआईसीयू को शुरू करना है।
उन्होंने बताया कि पीआईसीयू में लगने वाले वेंटीलेटर अस्पताल में रखे हुए हैं लेकिन कुछ खामियों के चलते शुरू नहीं हो सके हैं। उन्होंने कहा कि मैं इसे दिखवा रहा हूं जो भी कमी होगी उसे पूरा कर इसे शुरू कराउंगा।
डॉ नेगी ने कहा कि राजधानी के इस पुराने अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा न होने के कारण यहां आने वाले मरीजों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए मेरी कोशिश यह रहेगी कि जल्दी से जल्दी सीटी स्कैन की सुविधा मरीजों को यहां मिलना शुरू हो जाये। डॉ नेगी ने मंगलवार को अपना कार्यभार संभाला है। अब तक डॉ राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक पद पर कार्यरत डॉ नेगी को सिविल अस्पताल का नया निदेशक बनाये जाने के बाद भी लोहिया संयुक्त चिकित्सालय का भी अतिरिक्त कार्य देखने को कहा गया है। आपको बता दें कि डॉ नेगी ने लोहिया संयुक्त अस्पताल में अपने कार्यकाल के दौरान अनेक नयी सेवाओं को शुरू किया है।