-तीन दिन के अंदर की कोविड निगेटिव रिपोर्ट होने पर मिलेगी प्राथमिकता, वर्ना करानी होगी स्क्रीनिंग
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में लंबे समय से बंद चल रही ओपीडी सेवाओं को आगामी 19 अक्टूबर से अनेक प्रकार के प्रतिबंधों के साथ पुनः आरंभ करने की घोषणा की गई है। ज्ञात हो पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने इस सम्बन्ध में निर्देश दिये थे, इसके बाद संजय गांधी पीजीआई की ओपीडी शुरू हो गयी थी, अब केजीएमयू ने भी इसकी घोषणा कर दी है।
केजीएमयू प्रशासन द्वारा इसके लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है जारी गाइडलाइंस के अनुसार ओपीडी का समय प्रातः 9 बजे से अपरान्ह 2 बजे तक होगा इसके अलावा ओपीडी में दिखाने के लिए पूर्व में ही फोन पर या इंटरनेट के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है इस रजिस्ट्रेशन के समय ही ओपीडी में पहुंचने का समय दिया जाएगा उसी समय मरीज को ओपीडी में आना है।
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के लिए इंटरनेट पर www.ors.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा, अथवा फोन नंबर 0522 225 8880 पर अपॉइन्टमेंट लेना होगा। इसके अलावा मरीज को देखने के लिए जो समय निर्धारित किया जाएगा उसके लिए सबूत के तौर पर प्रिंटेड कॉपी या कन्फर्मेशन मैसेज दिखाना अनिवार्य होगा। मरीज और उनके अटेंडेंट को बिना मास्क अंदर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। एक मरीज के साथ एक अटेंडेंट को आने की अनुमति रहेगी अगर उन दोनों के पास आरटीपीसीआर से टेस्ट किए 3 दिन के अंदर की कोविड जांच रिपोर्ट होगी तो उन्हें दिखाने में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा जिन मरीजों के पास हाल की आरटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं होगी उनकी स्क्रीनिंग की जायेगी, उसके बाद ही दिखाने की अनुमति दी जायेगी। गाइडलाइंस के अनुसार प्रत्येक स्पेशियलिटी विभाग में 20 नए और 30 पुराने मरीजों को देखा जाएगा। जबकि सुपर स्पेशियलिटी विभाग में एक दिन छोड़कर 20 नए और 30 पुराने मरीजों को देखा जाएगा।
केजीएमयू प्रशासन ने कहा है कि ओपीडी के दिनों और स्थान का विवरण केजीएमयू की वेबसाइट पर उपलब्ध है। कार्डियोलॉजी की ओपीडी न्यू ओपीडी ब्लॉक में चलेगी जबकि ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक्स, स्पोर्ट्स मेडिसिन, रूमेटोलॉजी और फिजिकल मेडिसिन की ओपीडी ओल्ड ओपीडी ब्लॉक में चलेगी। इसी प्रकार स्त्री एवं प्रसूति विभाग, सीटीवीएस विभाग, मानसिक रोग विभाग और रेस्पिरेट्री मेडिसिन विभाग की ओपीडी अपने-अपने विभागों में चलेंगी जबकि वृद्धावस्था मानसिक स्वास्थ्य विभाग की ओपीडी मानसिक रोग विभाग में चलेगी।