-नर्स से दुर्व्यवहार के साथ ही ड्यूटी करने वाले स्टाफ की सुरक्षा को लेकर भी उठाये सवाल, महानिदेशक को सौंपा ज्ञापन
लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में मंगलवार को निदेशक द्वारा अपने पहने हुए दस्ताने नर्स के हाथ में और फिर बाद में उसकी एप्रन की जेब में रखने को लेकर हुए हंगामे के बाद अस्पताल की नर्सों में जबरदस्त आक्रोश है, इस मसले को लेकर निदेशक को हटाने की मांग को लेकर बुधवार को नर्सों ने अस्पताल परिसर में निदेशक कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर रोष प्रकट किया, निदेशक को हटाने की मांग करते हुए नर्सिंग एसोसिएशन ने प्रदेश के महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को अपना ज्ञापन सौंपा है।
आज सुबह अस्पताल परिसर में निदेशक कार्यालय के सामने नर्सों ने नारेबाजी करते हुए निदेशक डॉ राजीव लोचन को हटाने की मांग की। एसासिएशन के महामंत्री अशोक कुमार ने कहा है कि निदेशक के अभद्र व्यवहार और नर्सों की सुरक्षा के प्रति लापरवाही के चलते अस्पताल की नर्सों व कर्मचारियों का मनोबल टूट रहा है।
नर्सिंग एसोसिएशन के महामंत्री अशोक कुमार के नेतृत्व में किया गया प्रदर्शन देखें वीडियो
उन्होंने कहा कि 7 अप्रैल को दस्ताने अस्पताल के कोरोना वार्ड में ड्यूटी करने वाली स्टाफ नर्स क्लेरिन ब्रिग्रेन्जा के हाथ में और एप्रन की जेब में रखने की घटना के अलावा भी नर्सों के प्रति इनकी मनमानी और लापरवाही बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। अशोक कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों का उपचार करने वाले स्टाफ को क्वारेंटाइन में न भेजने के कारण उनके घरवालों, रिश्तेदारों, आसपास रहने वालों में भी भय व्याप्त हो गया है। नर्सिंग संवर्ग अपने को बहुत अपमानित महसूस कर रहा है। महानिदेशक को भेजे पत्र में कहा गया है कि निदेशक के रहते सभी कर्मचारी आक्रोशित व भयभीत हैं, और कार्य करने में कठिनाई महसूस हो रही है।
पत्र में मांग की गयी है कि निदेशक डॉ राजीव लोचन को सेवानिवृत्ति के बाद दिये गये सेवा विस्तार को समाप्त करते हुए नया निदेशक नियुक्त किया जाये ताकि कर्मचार पूरे मनोबल से कोरोना जैसी महामारी से लड़कर देश और प्रदेश की जनता की सेवा कर सकें। अशोक कुमार ने कहा कि निदेशक द्वारा किये गये व्यवहार का विरोध करते हुए हम लोग कोरोना महामारी जैसे नाजुक समय में अपनी सेवायें बाधित नहीं करेंगे लेकिन निदेशक के हटाये जाने तक हमारा विरोध जारी रहेगा। इस बारे में महानिदेशक डॉ रुकुम केश से जब पूछा गया कि आपको ज्ञापन दिया गया है, इस पर आपका क्या कहना है तो डॉ रुकुम केश ने कहा कि मैं निदेशक से बात करूंगा।