-गणतंत्र दिवस पर झंडारोहण के बाद निदेशक ने बतायीं भविष्य की योजनायें
-सम्बोधन में मरीजों के हितो से लेकर कर्मचारियों के हितों तक की बात की निदेशक ने
-कोविड काल में भी गुर्दा प्रत्यारोपण कार्य जारी रखने पर दी नेफ्रोलॉजी-यूरोलॉजी को बधाई
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के निदेशक प्रो आरके धीमन ने कहा है कि पिछला वर्ष कोरोना महामारी से संघर्ष करते बीता। धीरे-धीरे हमने इस पर विजय भी प्राप्त की। इस समय संस्थान के राजधानी कोरोना अस्पताल में कुल 27 मरीज भर्ती हैं। अब हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम इसे नॉन कोविड फैसिलिटी के रूप में फिर से शुरू करें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एडवांस डायबिटिक सेंटर, पीडियाट्रिक एंडोक्राइनोलॉजी, इमरजेंसी यूनिट, गामा नाइफ सर्जरी और सेंटर फॉर एक्सीलेंस फॉर इन्फेक्शियस डिजीज एंड वैक्सीन डेवलपमेंट पर भी शीघ्र ही काम शुरू होगा।
प्रो धीमन ने यह बात आज संस्थान में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में अपने सम्बोधन में कही। निदेशक ने परंपरागत तरीके से ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान के पश्चात उपस्थित संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ़ इंडिया (एसटीपीआई) व इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के साथ संजय गांधी पीजीआई के हुए समझौते (MOU) का भी जिक्र किया जिसके अंतर्गत वेंटीलेटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर, मॉनीटर संस्थान में ही बनाये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया था और उसी संविधान की छत्रछाया में हम सभी ने देश को प्रगति के पथ पर प्रशस्त किया है, उसी प्रकार पीजीआई में भी शासन-प्रशासन के लिए नियमावली है और उसी नियमावली के तहत हम सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि रोगी सेवा, शिक्षण और शोध के इन तीनों क्षेत्रों में संस्थान को निरंतर प्रगति के पथ पर ले कर चलें।
निदेशक ने कहा कि पीजीआई में खाली पड़े पदों की भर्ती का काम प्रोसेस में है। लाइब्रेरी, जो संस्थान का एक महत्वपूर्ण अंग है, उसके कुशल व सफल संचालन के लिए बजट बढ़ाने का भी प्रावधान है। कैडर पुनर्गठन के लिए गवर्निंग बॉडी मीटिंग बुलाने का भी उन्होंने आश्वासन दिया। कर्मचारियों व अधिकारियों की प्रोन्नति के लिए साक्षात्कार कराया जाना भी प्रक्रिया में है, जो कुछ ही दिनों में कराए जाएंगे।
प्रो धीमन ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य के 22 मेडिकल कॉलेजों में आईसीयू के निरीक्षण, व स्वास्थ्य कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए पावर ग्रिड ऑफ इंडिया व पीजीआई के बीच एमओयू साइन हुआ है। उन्होंने नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी विभाग के सभी सदस्यों को बधाई दी कि उन्होंने कोविड काल में भी गुर्दा प्रत्यारोपण का कार्य प्रभावित नहीं होने दिया। निदेशक ने लिवर, हृदय और फेफड़ा प्रत्यारोपण कार्यक्रम को भी प्रारंभ करने की बात कही।
इस कार्यक्रम में सामाजिक दूरी बनाए रखकर कुछ सीमित संख्या में लोगों ने भाग लिया। अन्य सभी सदस्य जूम मीटिंग द्वारा इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर संस्थान के 21 कर्मठ सदस्यों को निदेशक द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के संयुक्त निदेशक, प्रशासन प्रोफेसर रजनीश कुमार सिंह व अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हुआ।