अमेरिकी यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधिमंडल ने रेस्पाइरेटरी विभाग का किया दौरा
लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय और अमेरिका की एनसी स्टेट यूनिवर्सिटी व़ायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों पर शोध की संभावनाएं तलाश रहे हैं।
गुरुवार को रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग में अमेरिका के एक प्रतिनिधिमण्डल ने दौरा किया एवं वायु प्रदूषण, उससे होने वाले श्वास के दुष्प्रभावों पर विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकान्त से चर्चा की। डॉ सूर्यकांत के अनुसार भविष्य में रेस्पाइरेटरी मेडिसिन, किंग जार्ज चिकित्सा विष्वविद्यालय के साथ वायु प्रदुषण से होने वाली बीमारी जैसे अस्थमा, ब्रान्काइटिस, फेफड़े का कैन्सर आदि बीमारी पर शोध की सम्भावनाओं पर चर्चा हुई।
आपको बता दें कि अमेरिका के नॉर्थ केरोलिना स्थित एनसी स्टेट यूनिवर्सिटी NC State University में वायु प्रदूषण और अस्थमा के ऊपर एक बड़ा शोध कार्य चल रहा है। इस शोध कार्य की निर्देशक डॉ वीना मिश्रा ने बताया कि भारत मे भी वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या है। अतः भारतीय मूल होने के नाते उनकी भी जिम्मेदारी बनती है कि वह भारत के लोगों के स्वास्थ्य की चिन्ता करें।
डॉ सूर्यकान्त ने बताया कि भविष्य मे वायु प्रदूषण में होने वाले दोनों संस्थानों के शोधों का आदान-प्रदान किया जायेगा तथा इस क्षेत्र में संयुक्त रूप से कार्य करने की योजना है।
अमेरिका के इस प्रतिनिधिमण्डल मे डॉ वीना मिश्रा, डॉ उमाकान्त मिश्रा, डॉ अविनाश घिरनीकर एवं डॉ सौरभ मिश्रा शामिल रहे। इस अमेरिकी प्रतिनिधि मण्डल के साथ किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय के सर्जरी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ एनएन महिन्द्रा भी उपस्थित थे। इस अवसर पर डॉ सूर्यकान्त ने अपनी लिखी चार पुस्तकें अस्थमा, सीओपीडी, आईएलडी और लंग कैंसर प्रतिनिधिमण्डल को भेंट कीं।