अजंता होप सोसाइटी ऑफ ह्यूमन रिप्रोडक्शन एंड रिसर्च के सेमिनार में जुटेंगी 250 से ज्यादा डॉक्टर
लखनऊ। जिन महिलाओं के अंडाशय में खराबी है उनमें अंडे का उत्पादन करने के लिए डिम्बग्रंथि को उत्तेजित किया जाता है। इसके लिए हार्मोन दवाओं की आवश्यकता होती है, लेकिन बांझ दम्पतियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों के लिए यह बहुत चुनौतीपूर्ण होता है कि वे यह जान सकें कि किन मरीजों को ये दवायें फायदा करेंगी और किन्हें नहीं और उन्का इलाज किस प्रकार किया जाये।
इसी मसले पर चर्चा करने के लिए देश भर से 250 से ज्यादा स्त्री रोग विशेषज्ञों का रविवार 20 जनवरी को महाकुंभ लखनऊ में होने जा रहा है। इसका आयोजन अजंता होप सोसाइटी ऑफ ह्यूमन रिप्रोडक्शन एंड रिसर्च के तत्वावधान में स्थानीय होटल क्लार्क्स अवध में आयोजित किया जायेगा।
यह जानकारी इस सेमिनार की आयोजक और बांझपन व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ गीता खन्ना ने देते हुए बताया कि इस सेमिनार में आरएमएल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस लखनऊ के निदेशक डॉ दीपक मालवीय और लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया मुख्य अतिथि होंगी।
उन्होंने बताया कि इस राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार में बांझपन प्रबंधन के क्षेत्र में एक चुनौतीपूर्ण विषय ‘खराब अंडाशय प्रतिक्रिया‘ पर मंथन किया जाएगा। इतने जटिल विषय पर अपनी राय रखने देश भर से करीब 250 स्त्री रोग विशेषज्ञ इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में हिस्सा लेने आ रहे हैं। डॉक्टर गीता खन्ना ने दावा किया है कि यह सेमिनार अपने आप में स्त्री रोग विशेषज्ञों का अनूठा महाकुंभ होगा। एक दर्जन आईवीएफ एक्सपर्ट इस जटिल विषय पर अपने अनुभव बांटेंगे और मौजूद डॉक्टरों से राय-मशविरा भी करेंगे।
उन्होंने बताया कि यह सेमिनार उन महिलाओं के लिए एक वरदान साबित होगा जो पुअर ओवेरिएन रिस्पॉन्स (पीओआर) यानी खराब अंडाशय प्रतिक्रिया से जूझ रही हैं। आपको बता दें कि समय रहते आईवीएफ विशेषज्ञों के हस्तक्षेप से इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।