-19 वर्षीय युवक ने संजय गांधी पीजीआई पहुंचकर स्वेच्छा से दान दिया प्लाज्मा
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई को प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना के इलाज के लिए प्लाज्मा दान करने वाला पहला दानकर्ता 21 दिन के लम्बे इंतजार के बाद मिला। लखनऊ के एराज मेडिकल कॉलेज से कोविड-19 का सफल इलाज कराने वाले 19 वर्षीय तालिब खान ने आज 23 मई को दोपहर संजय गांधी पीजीआई पहुंचकर संस्थान के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग में अपना प्लाज्मा स्वेच्छा से दान किया।
यह जानकारी संजय गांधी पीजीआई द्वारा जारी विज्ञप्ति में देते हुए कहा गया है कि प्लाज्मा से इलाज से ट्रायल के लिए नामित होने वाले लखनऊ के प्रथम अस्पताल को लम्बे इंतजार के बाद उपयुक्त प्लाज्मा दानकर्ता मिल सका। विज्ञप्ति के अनुसार प्लाज्मा थेरेपी से इलाज के ट्रायल के लिए बीती 2 मई को संजय गांधी पीजीआई को इंडियन काउंसिल मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से अनुमति मिल गयी थी, उसी दिन दोनों संस्थानों के बीच एमओयू पर दस्तखत किये गये थे।
विज्ञप्ति में बताया गया है की आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार प्लाज्मा दाताओं के चयन के लिए सख्त मानदंड होने के कारण सभी मानकों पर खरा उतरने वाले दानकर्ता के मिलने में देरी हुई और संस्थान को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मई के पहले सप्ताह में कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त हुए 3 लोग प्लाज्मा दान करने के लिए सहमत थे, लेकिन विभिन्न चिकित्सा कारणों के कारण अनफिट पाये गये थे इसलिए प्लाज्मा दानकर्ताओं की फिर से खोज शुरू की गई थी, इस कार्य में लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने बहुत सहयोग किया।
प्लाज्मा दानकर्ता तालिब खान को कोरोना सेवियर होने के नाते संस्थान के निदेशक डॉ आरके धीमान ने सम्मानित किया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि अगले सप्ताह कुछ और मरीज प्लाज्मा दान करेंगे। इस मौके पर निदेशक डॉक्टर आरके धीमान के साथ ही ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के डॉक्टर अनुपम वर्मा, डॉ राहुल कथारिया, डॉ आर के चौधरी, डॉ प्रीति ऐल्हेंस, डॉ धीरज खेतान, डॉ आर के सिंह, डॉ उज्जवल घोषाल, डॉ अंशुल गुप्ता, डॉ पल्लवी, डॉ बृजेश, डॉ अभिनीत और कादिर उपस्थित रहे।