बीएससी, एमएससी नर्सिंग विद्यार्थियों की फेयरवेल पार्टी का आयोजन
लखनऊ। केजीएमयू कॉलेज ऑफ नर्सिंग के बीएससी नर्सिंग प्रथम बैच 2015 एवं एमएससी नर्सिंग के तृतीय बैच 2017 के विद्यार्थियों की फेयरवेल पार्टी का आयोजन संस्थान के अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेण्टर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ चिकित्सा विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ नर्सिंग के पूर्व विभागाध्यक्ष डा जेवी सिंह द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि ये एक नई यात्रा का शुभारम्भ है। विद्यार्थी इस देश की भविष्य निधि है। आप लोगों ने अभी एक पड़ाव पार किया है। आप लोग जब अपने व्यवसाय में आयेंगे तो और भी बहुत सारी चुनौतियां आयेंगी, किन्तु आप लोग विश्वास, साहस, धैर्य और कठिन परिश्रम से जीवन में उत्तरोतर विकास और सफलता को प्राप्त करते रहेंगे। केजीएमयू एक ब्राण्ड नेम है। आप की आगे पहचान इसी नाम के साथ होगी।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए आनंद और गौरव का विषय है। इसके लिए कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अधिष्ठाता एवं इसके संकाय सदस्य बधाई के पात्र है।
कर्यक्रम में डीन, नर्सिंग डॉ मधुमति गोयल ने कहा कि हमे आपको जितना यहां सिखाना था उतना हमने आप को सिखा दिया किन्तु आगे भी आपको सीखने का मौका मिलता रहेगा। परीक्षा में पास होना बड़ी बात नही है, किन्तु जब आप लोग यहां से जब अपना प्रशिक्षण पूरा कर लें तो सेवा प्रदाता आप को हमारे पास मांगने आये, ये बहुत ही महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ रश्मि पी जॉन ने कहा कि केजीएमयू एक ब्राण्ड नेम है और केजीएमयू अपने यहां लीडर का निर्माण करता है। मेरी शुभकामनायें आप लोगों के साथ हैं। फेयरवेल समारोह और पासिंग आउट समारोह मे एक मिश्रित भाव उत्पन्न होता है। प्रशिक्षण पूरा होने की खुशी के साथ संस्थान के गौरवशाली इतिहास और अपने प्रशिक्षकों और सहपाठियों से बिछड़ने का गम भी होता है। आप ने जो इस संस्थान में पढ़ा और जब आप किसी संस्था में अपना सेवा प्रदान करेंगे तो इसमे दो कम्पार्टमेण्ट मत समझियेगा।
इस अवसर पर डीन, पैरामेडिकल साइंसेस डा विनोद जैन ने कहा कि केजीएमयू से चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर निकलने वाला प्रत्येक विद्यार्थी ब्राण्ड अंबेसडर होता हैं एवं लोगों को सुखी एवं शांति प्रदान करने के लिए उसे स्वयं के अंदर दूसरे के प्रति उचित व्यवहार और सेवाभाव लाना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो एसएन शंखवार ने विद्यार्थियों को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्हें सेवा भाव से मरीजों का उपचार करने का आहवाह्न किया।