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निजी अस्‍पतालों की करें कड़ी मॉनीटरिंग, निर्धारित धनराशि से ज्‍यादा न वसूल सकें

-मंडलायुक्‍त रंजन कुमार ने कोविड पर काबू के लिए दिये कई निर्देश

-रिपोर्ट मिलने के बाद एक घंटे में कर लें सम्‍पर्क में आये लोगों की जांच

लखनऊ। लखनऊ के मंडलायुक्त रंजन कुमार ने निर्देश दिये हैं कि कोविड पॉजिटिव की रिपोर्ट आते ही एक घंटे के अंदर मरीज के कॉन्‍टेक्‍ट्स की न सिर्फ ट्रेसिंग बल्कि टेस्टिंग भी कर ली जाये, इसके साथ ही होम आईसोलेशन वाले मरीजों का तीन बार फोन करके हाल लिया जाये। उन्‍होंने निर्देश दिये कि कड़ी मॉनीटरिंग की जाये कि निजी अस्‍पताल निर्धारित धनराशि से ज्‍यादा वसूल तो नहीं कर रहे हैं।

आज 17 सितम्‍बर को मंडलायुक्‍त की अध्यक्षता में गूगल मीट के द्वारा सम्पूर्ण मंडल के अधिकारियों के साथ कोविड नियंत्रण सम्बंधित बैठक आहूत की गई। बैठक में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश भी उपस्थित थे।

बैठक में मंडलायुक्त द्वारा समस्त जनपदों को डोर टू डोर सर्वे की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए। साथ ही समस्त एल 1 हॉस्पिटल और सीएचसी में एक-एक पोर्टेबल x-ray मशीन उपलब्ध कराने के लिए भी विचार-विमर्श किया गया, ताकि संक्रमण की जानकारी करके जनहानि से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि सभी टीमें डोर टू डोर सर्वे में यह भी पता कर लें कि जहां पॉजिटिव रोगी आए हैं उनके घर में ऑक्सीमीटर है अथवा नहीं।

मंडलायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि रोगी की रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही 1 घंटे के अंदर उसके कांटैक्ट की ट्रेसिंग व टेस्टिंग की कार्यवाही पूरी करना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही निर्देश दिया कि होम आइसोलेशन के रोगियों को कॉल करके डेली बेसिस पर उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जाए तथा 96 से कम ऑक्सीजन लेवल होने पर तत्काल एल-1 हॉस्पिटल में भर्ती करने की व्यवस्था की जाए।

मंडलायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि होम आइसोलेशन की दवा की किट में दवा खाने के तरीके और होम आइसोलेशन के आवश्यक दिशा निर्देशों की जानकारी का प्रिंटेड लीफलेट डाला जाए।

मंडलायुक्त द्वारा लखनऊ की सर्विसलांस टीमों की भी समीक्षा की गई। सीएमओ के द्वारा बताया गया कि डोर टू डोर सर्विलांस के लिए 600 टीमें में शहरी क्षेत्रों में लगाई गई हैं। मंडलायुक्त ने डोर टू डोर सर्विलांस की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिए।

मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि निजी कोविड हास्पिटल्‍स द्वारा लोगों से  कोविड-19 के उपचार के लिए कितना पैसा लिया जा रहा है इसकी कड़ी मॉनिटरिंग की जाए। अधिक वसूली करने वाले हॉस्पिटलों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए साथ ही 1 सप्ताह में सभी निजी हॉस्पिटलों की जांच करने के निर्देश भी दिए।

बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर0पी0 सिंह सहित समस्त अधिकारी भी मौजूद रहे।