-विभागीय जांच में पुष्टि के बाद यूपी के आयुष मंत्री ने दिये निलंबन के आदेश
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्रा दयालु ने भ्रष्टाचार के आरोप में कुशीनगर के जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ. नारायण प्रसाद को निलंबित करने के आदेश दिये हैं। डॉ नारायण प्रसाद पर मेडिकल स्टोर का लाइसेंस स्वीकृत करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुशीनगर के पडरौना निवासी उत्तम यादव ने शिकायत की थी कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस स्वीकृत करने के एवज में डॉ नारायण प्रसाद ने 35 हजार रुपये रिश्वत मांगी है। शासन ने इस प्रकरण की जांच भ्रष्टाचार निवारण संगठन, गोरखपुर से कराई थी।
जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद मंत्री दयाशंकर मिश्रा दयालु ने डॉ. नारायण प्रसाद को निलंबित करने का आदेश दिया, जिसके बाद शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया। इस संबंध में आयुष विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी की ओर से 27 अप्रैल, 2023 को आदेश जारी कर दिया गया है। निलंबन की अवधि में डॉ. प्रसाद होम्योपैथिक निदेशालय, लखनऊ से सम्बद्ध रहेंगे। उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए गोरखपुर के सीडीओ को जांच अधिकारी बनाया गया है। दूसरी ओर भ्रष्टाचार निवारण संगठन की रिपोर्ट पर उनके खिलाफ विभागीय एवं विधिक कार्यवाही की कवायद भी की जा रही है।
बताया गया है कि डॉ नारायण प्रसाद जिला होम्योपैथिक अधिकारी कुशीनगर की शिकायत लगातार मिल रही थी और भ्रष्टाचार की भी शिकायत जनपद से आ रही थी। मंत्री द्वारा लगातार विभाग में भ्रष्टाचार पर बड़ी-बड़ी कार्रवाई की गई जिससे आयुष विभाग में हड़कंप मचा हुआ है इससे साफ संदेश जा रहा है कोई भी डॉक्टर भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाएगा तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।