-पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में बढ़ती खटास और तनाव को कम करने के व्यावहारिक उपायों पर चर्चा में डॉ गिरीश गुप्ता की अपील
-गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट और श्री गोपेश्वर गौशाला के संयुक्त तत्वावधान में मलिहाबाद गौशाला में आयोजित दो दिवसीय रिट्रीट सम्पन्न
सेहत टाइम्स
लखनऊ। आपाधापी से भरे जीवन की भागदौड़ में लोग व्यस्त हैं, जिन्दगी मशीन होकर रह गयी है, भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अधिकतर पति-पत्नी दोनों ही नौकरी कर रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच जिन दम्पतियों में तालमेल नहीं हैं, उनके आपसी रिश्तों में खटास भी आ रही है, ऐसे परिवारों में बच्चे अलग अकेलापन महसूस करते हैं। समाज की पीड़ा को दूर करने के लिए गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट समय-समय पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता फैलाने और रिश्तों को बिखरने से बचाने के लिए प्रयासरत है। इसी प्रयास की शृंखला में बीते शनिवार-रविवार 14-15 दिसम्बर को गोल्डेन फ्यूचर ने मलिहाबाद स्थित श्री गोपेश्वर गौशाला के साथ उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से गौशाला के प्रांगण में एक अनूठे दो दिवसीय और एक रात्रि रिट्रीट का आयोजन किया। इस रिट्रीट का विषय था “स्वयं को फिर से जीवंत करें: रिश्तों की चुनौतियों पर काबू पाएं”(“Rejuvenate the Self: Overcoming Relationship Challenges”)।
कार्यक्रम का शुभारंभ गौरांग क्लीनिक एवं होम्योपैथिक रिसर्च सेंटर के संस्थापक वरिष्ठ होम्योपैथ चिकित्सक डॉ. गिरीश गुप्ता व जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर पंकज गुप्ता द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर डॉ. गिरीश गुप्ता ने कहा कि आज बदलते माहौल में रिश्तों में बिखराव की समस्या सिर उठा रही है, लोगों में धैर्य और सहनशीलता का ह्रास हो रहा है, ऐसे में परिवार के अंदर और सामाजिक स्तर पर सामाजिक रिश्तों में संवाद और सहानुभूति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर बहुत खुशी हो रही है कि इस पवित्र गौशाला के प्रांगण में दो दिवसीय रिट्रीट के माध्यम से समाज में रिश्तों को नई दिशा देने का एक सशक्त प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य आज की तेज़ और व्यस्त जीवनशैली के कारण टूटते रिश्तों को सुधारने और समाज में खुशियों की बहाली के प्रयास को प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेक कार्य की सफलता के लिए मैं बहुत शुभकामनाएं देता हूं
गोल्डेन फ्यूचर के शोभित नारायण अग्रवाल ने बताया कि रिट्रीट का मुख्य उद्देश्य पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में बढ़ती खटास और तनाव को कम करने के व्यावहारिक उपायों पर चर्चा करना था। यह आयोजन प्रतिभागियों को जीवन में रिश्तों की अहमियत को समझने और उन्हें बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट ने इस रिट्रीट के माध्यम से यह संदेश दिया कि पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए संवाद, सहनशीलता, और आपसी समझ जरूरी है। ट्रस्ट समाज के सभी वर्गों से अपील करता है कि वे इस पहल में शामिल होकर अपने जीवन और समाज को खुशहाल बनाएं।
नूरमंजिल मनोचिकित्सा केन्द्र की वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ. अंजलि गुप्ता ने मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों के बीच गहरे संबंध की व्याख्या की और समाज में बढ़ती चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत किया। क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. मंजू गुप्ता ने पारिवारिक रिश्तों में सकारात्मकता बनाए रखने के व्यावहारिक सुझाव दिए और बताया कि कैसे छोटी-छोटी बातों को नकारात्मकता से बचाया जा सकता है। इस मौके पर उपस्थित गीता रावत ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि छोटे-छोटे मतभेदों को कैसे हल किया जाए और एक-दूसरे के प्रति विश्वास को कैसे बढ़ाया जाए।
कार्यक्रम में “हैप्पीनेस एक्टिविटी” का आयोजन किया गया जो कि प्रतिभागियों को काफी पसंद आया। इस एक्टिविटी ने न केवल तनाव को दूर किया, बल्कि रिश्तों में नई ऊर्जा और खुशी का संचार किया। इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए इस आयोजन को अपने जीवन में बदलाव लाने वाला बताया।
रिट्रीट के समापन सत्र में मलिहाबाद कोतवाल सतीश साहू ने पारिवारिक मतभेदों और उनके समाधान पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “एक सशक्त परिवार ही समाज और राष्ट्र को मजबूत बना सकता है। रिश्तों में संवाद और विश्वास की बहाली से हम एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।”
इस पूरे आयोजन की सफलता में गौशाला परिवार का बहुत योगदान रहा, परिवार ने पूरे आयोजन में हर संभव सहयोग दिया, श्री गोपेश्वर गौशाला का मनोहारी शांतिपूर्ण वातावरण और उमाकांत गुप्ता का योगदान सराहनीय रहा। फ्यूचर ट्रस्ट और श्री गोपेश्वर गौशाला ने आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों, और सहयोगियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।