कैथ लैब की स्थापना के छह माह पूरे, 150 से ज्यादा लोगों के दिल को दिया गया उपचार
लखनऊ। मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं की पूर्ति का दायित्व सरकारी अस्पतालों के माध्यम से देकर पूरा करने की कोशिश में जहां सरकार जुटी हुई है वहीं सरकार की यह भी अपेक्षा है कि स्वास्थ्य सुविधाओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में निजी क्षेत्र के अस्पताल भी अपनी भूमिका को निभायें। इस बारे में केजीएमयू के स्थापना दिवस के दौरान लखनऊ के सांसद तथा गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चिंता जताते हुए कहा भी था कि स्वास्थ्य पर जीडीपी का जितना खर्च हो रहा है वह बहुत कम है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि अजंता हॉस्पिटल और हार्ट सेंटर इस भूमिका को बेहतर तरीके से निभा रहा है।
यह बात अजंता हॉस्पिटल एवं हार्ट सेंटर के संस्थापक डॉ अनिल खन्ना ने अजंता हार्ट केयर में कार्डियक कैथ लैब की स्थापना के छह माह पूरे होने के अवसर पर पूछे गये सवालों के जवाब में कही। उनसे पूछा गया था कि राजनाथ सिंह जिन्होंने इस कैथ लैब की स्थापना की थी, उनके केजीएमयू में दिये गये स्वास्थ्य बजट कम होने के बयान को लेकर आपका क्या कहना है। उन्होंने बताया कि अजन्ता हार्ट केयर एवं कैथ लैब की सेवाओं का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि शुरुआती छह माह में हम लोगों ने एंजियोप्लास्टी और पेसमेकर सहित 150 से ज्यादा कार्डियक उपचार किये हैं।
डॉ खन्ना ने बताया कि आज सरकारी अस्पतालों पर इतना बोझ है कि एक-एक मरीज को ऑपरेशन आदि की तारीख मिलने में लम्बा समय लग जाता है, ऐसे में उन्हें शीघ्र उपचार की सुविधा प्रदान करना बहुत बड़ा स्थान रखता है।
उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात की जागरूकता करना कि दिल के दौरे वाले व्यक्ति के लिए शुरुआत का गोलडन आवर पीरियड हमारे अस्पताल का पूरा प्रयास रहता है कि कम खर्च में मरीज को ज्यादा से ज्यादा सुविधा उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने बताया कि उनके हार्ट सेंटर की कैथलैब का लोकार्पण छह माह पूर्व 20 जून को राजनाथ सिंह ने ही किया था।