-राष्ट्रीय युवा दिवस पर लोहिया संस्थान ने यूपीसैक्स के साथ मिलकर आयोजित किया कार्यक्रम
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो एके त्रिपाठी ने कहा है कि यह अच्छी बात है कि उत्तर प्रदेश राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी (यूपीसैक्स) अपने कार्यक्रम को युवाओं के साथ जोड़ रही है, क्योंकि भारत सहित दुनिया भर के आंकड़े बताते हैं कि एड्स सर्वाधिक 20 से 40 वर्ष की उम्र में होता है, युवा के मन-शरीर को दीमक बना देता है जिससे राष्ट्र का आर्थिक, सामाजिक और बौद्धिक नुकसान हो जाता है। भारत में एड्स कंट्रोल सराहनीय है, यहां प्रतिवर्ष होने वाले केसों में 50 प्रतिशत तक की गिरावट आयी है। उन्होंने बताया कि एड्स कंट्रोल में भारत अमेरिका से भी आगे हो गया है।
डॉ त्रिपाठी आज लोहिया संस्थान में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा संकाय सदस्यों व एमबीबीएस छात्रों के लिए यूपी एड्स कंट्रोल सोसाइटी के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंन कहा कि एड्स कंट्रोल में भारत अमेरिका से भी आगे हो गया है क्योंकि अमेरिका ने यह समझकर कर उनके यहां एड्स कंट्रोल हो गया है और शांति से बैठ गये जबकि वहां दोबारा केस जो छिपे हुए थे, वे सामने आ रहे हैं, जबकि भारत में केस आधे हो गये हैं।
युवाओं में अपार शक्ति, सिर्फ विस्तार देने की जरूरत
डॉ त्रिपाठी ने बताया कि युवाओं के लिए पांच चीजों का ध्यान रखने को कहा था कि इनमें पहला मुख पर आभा हो, दूसरा शरीर में बल हो, तीसरा मन में प्रबल शक्ति, चौथा बुद्धि में पांडित्व तथा जीवन में स्वावलम्बन हो। इसके अलावा मन, विचार, भावना, कार्य किसी भी प्रकार से पथभ्रष्ट न हो, और एक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लगे रहें जिससे ऊर्जा एकत्रित रहे। उन्होंने कहा कि युवाओं में अपार शक्ति है, इसे विस्तार देने की आवश्यकता है। यही नहीं स्वामी विवेकानंद का कहना था कि अगर किसी मार्ग में कोई बाधा नहीं है तो उस पर नहीं चलना चाहिये, क्योंकि ऐसे रास्ते पर तो जड़ चलते हैं कि किसी ने रास्ता दे दिया, उसी पर चलते चले जा रहे हैं। चेतन मनुष्य हमेशा नयी रचनात्मक चीज खोजता है जो तकलीफी होता है।
इससे पूर्व कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एसडी कांडपाल द्वारा स्वामी विवेकानंद के जीवन एवं दर्शन पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार आज के छात्र उनके जीवन से प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं। संस्थान के एग्जीक्यूटिव रजिस्ट्रार डॉ राजन भटनागर ने भी राष्ट्रीय निर्माण में स्वस्थ एवं जागरूक युवा के योगदान के महत्व पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी की संयुक्त निदेशक डॉ गीता अग्रवाल द्वारा सुरक्षित रक्तदान एवं संयुक्त निदेशक डॉ प्रीति पाठक द्वारा एचआईवी से बचाव के तरीकों पर जानकारी दी गई।
इस मौके पर 93.5 रेड एफएम रेडियो जॉकी सार्थक में अपने अंदाज में सुरक्षित रक्तदान के बारे में जानकारी दी। समारोह में पूर्व में हुए एड्स दिवस पोस्टर प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित भी किया गया। साथ ही नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद प्रस्ताव डॉ मनीष कुमार सिंह द्वारा दिया गया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ सुगंधा जौहरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संस्थान और उत्तर प्रदेश राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी के अधिकारियों सहित लगभग 300 लोग उपस्थित थे।