-उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के आदेश के बावजूद पत्रावली शासन में लम्बित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत लगभग एक दर्जन से अधिक पैरामेडिकल कर्मचारियों के अनियमित स्थानांतरणों के निरस्त न होने से पुनः आंदोलन की सम्भावना बढ़ गई है।
यह जानकारी देते हुए कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वीपी मिश्र ने बताया कि उपमुख्यमंत्री चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक द्वारा पूर्व में आदेश देने के बावजूद पत्रावली शासन में लंबित है। ऐसे कर्मचारियों को विगत 05 माह से वेतन भी नहीं मिल पा रहा है।
श्री मिश्रा ने बताया कि आजमगढ़ जनपद के मंत्री, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद सुभाष पांडे का स्थानांतरण निरस्त करा दिया गया था, परंतु ज्ञात हुआ है कि उनका पुनः स्थानांतरण इलाहाबाद कर दिया गया है। आश्चर्य की बात है कि सीएमओ एवं जिलाधिकारी ने उनके स्थानांतरण की संस्तुति भी नहीं की है व उनके कुशल कार्य व्यवहार, आचरण की वजह से सम्मानित भी किया जाता रहा है। पता चला है कि किसी समाजवादी पार्टी के विधायक की फर्जी शिकायत पर स्थानांतरण किया गया है, जो आजमगढ़ के विधायक नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि इसी तरह परिषद के अन्य पदाधिकारी स्थानांतरित किए गए थे जिनकी पत्रावली शासन में लंबित है। श्री मिश्रा ने बताया कि उपमुख्यमंत्री एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से मैंने ऐसे अनियमित स्थानांतरणों को शासन की नीति के तहत निरस्त करने का अनुरोध किया था। उप मुख्यमंत्री ने आदेश भी दिया था और उनके आश्वासन पर आंदोलन वापस ले लिया गया था। अनियमित स्थानांतरण के संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही भी की गई थी।
श्री मिश्र ने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से पुनः अनुरोध किया है कि अनियमित स्थानांतरणों को निरस्त कराएं वरना दोबारा आंदोलन की संभावना हो जाएगी इससे उनकी व सरकार की छवि खराब होगी।