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खांसी-जुकाम के साथ अगर हों ये लक्षण तो रहें सावधान

इन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं, सावधानी की आवश्यकता

लखनऊ । आजकल के दिनों में बुखार सर्दी के मरीजों के साथ इनफ्लुएंजा ए के साथ h1 n1 के मरीजों की भी संभावना रहती है। सामान्य बुखार ,सर्दी जुकाम खांसी के मरीज इलाज से 5 दिन में ठीक हो जाते हैं। ऐसे मरीजों को चाहिए कि वे अपने को स्वाइन फ्लू का मरीज न समझें और न हीं घबराए और न हीं जांच के लिए भटकें, लेकिन उपरोक्त लक्षणों के साथ गले में तेज चुभन के साथ दर्द ,सांस फूलना ,खांसी के साथ सीने में दर्द ,नाखून नीले पड़ना, आदि लक्षण के मिलते ही जनपद के किसी राजकीय चिकित्सालय में कुशल चिकित्सक को दिखाएं । यदि जांच की आवश्यकता होगी तो चिकित्सक स्वयं ही जांच के सैंपल एकत्र कराएंगे एवं उसकी जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेजेंगे।

यह बात सोमवार को यहां मुुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में स्वाइन फ्लू के बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडिशनल डायरेक्टर संचारी रोग डॉक्टर आरके गुप्ता ने कही। डॉ आर के गुप्ता ने बताया कि अभी तक प्रदेश में कुल 421 केस h1 n1 इनफ्लुएंजा ए के हो चुके हैं। जबकि लखनऊ में आज तक स्वाइन फ्लू के रोगियों की संख्या 72 है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से घबराने की आवश्यकता नहीं है । इस प्रेस वार्ता में डॉक्टर आरके गुप्ता के साथ संयुक्त निदेशक डॉ एचके अग्रवाल, कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ डॉ डीके बाजपेई तथा नोडल अधिकारी वेक्टर बोर्न डिसीज डॉक्टर के पी त्रिपाठी ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए ।

डॉ गुप्ता ने बताया कि जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने की दशा में संक्रमित रोगी को मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्तर पर आवश्यक औषधि, स्वास्थ्य शिक्षा तथा मास्क उपलब्ध कराया जाएगा ।जो कि निशुल्क है । उन्होंने बताया कि जब भी खांसे, छींके अपने मुंह तथा नाक पर रूमाल या टिश्यू पेपर रखे, समय-समय पर हाथों को साबुन से धोते रहें ,घर पर ही आराम करें तथा किसी सार्वजनिक स्थल पर जाने से बचें। संक्रमित व्यक्ति से लगभग 1 हाथ की दूरी बना लें ।अधिक से अधिक मात्रा में पानी तथा द्रव्य पदार्थ, सुपाच्य भोजन करें ।हरी सब्जियां ,मौसमी फल तथा फलों का अधिक सेवन करें ।पूरी नींद लें। छींकते समय कोहनी का प्रयोग करें (cough and sneeze elbow please) अपने मुंह को बार-बार ना छुएं । भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ना जाएं। किसी से हाथ ना मिलाएं। अपनी चिकित्सा स्वयं ना करें ।छींकते समय हथेलियों का उपयोग न करें। इस्तेमाल किए हुए टिशु पेपर या मास्क का समुचित निस्तारण करें ।

डॉक्टर डीके बाजपेई ने कहा कि स्वाइन फ्लू से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। इसको समय पर ही कंट्रोल कर लिया जाएगा । उन्होंने बताया कि मंगलवार को लखनऊ में तीन स्थानों पर स्वाइन फ्लू के बारे में रोकथाम तथा बचाव की जानकारी देने के लिए तीन विशेष चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर इंदिरा नगर ,आशियाना आलमबाग तथा कृष्णा लोक नगर अलीगंज में लगाए जाएंगे ।इन शिविरों में स्वाइन फ्लू की दवा भी उपलब्ध रहेगी तथा जनसामान्य को स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा भी दी जाएगी । उन्होंने बताया कि जनपद के करीब 1600 ग्रामीण एवं शहरी प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में किया जा चुका है ।जनपद तथा ब्लॉक के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों एवं उनकी टीम द्वारा ग्रामीण एवं नगरीय विद्यालयों के शिक्षकों एवं बच्चों को इनफ्लुएंजाए h1 n1 से बचाव एवं रोकथाम हेतु संवेदी कृत किया गया है ।जनपद के सभी बड़े चिकित्सालयों को अपने समस्त स्टाफ को टीका कृत करने के निर्देश प्रेषित किए जा चुके हैं ।जनपद के सभी बड़े चिकित्सालयों के लैब टेक्नीशियनो को डॉक्टर राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय में नेजो फैरिंजियल स्वाब लेने हेतु प्रशिक्षण लेने हेतु निर्देशित कर प्रशिक्षण दिलाया जा चुका है।