हर रविवार को आयोजित की जाएगी किसी एक रोग की निशुल्क ओपीडी
लखनऊ। आजकल बुजुर्ग हो चले माता-पिता की देखभाल बच्चों के लिए करना चाह कर भी कठिन हो जाता है. वजह साफ़ है उच्च शिक्षा या नौकरी. ऐसे में माता-पिता चाह कर भी न तो बच्चे के भविष्य से खिलवाड़ कर सकते हैं और न ही घर-द्वार छोड़कर एकदम से बच्चे के पीछे-पीछे चल पाते हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है जब यह बुजुर्ग बीमार पड़ते हैं और अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। इन भर्ती लोगों के साथ तीमारदार की उपलब्धता भी एक बड़ी समस्या हो जाती है। इसी समस्या के हल के लिए गोमती नगर स्थित मेयो मेडिकल सेंटर ने मरीज की इलाज के साथ उसकी देखभाल करने की पहल की है। इस पहल के तहत अस्पताल में भर्ती होने वाले प्रत्येक मरीज के साथ 24 घंटे केयरटेकर के रूप में एक नर्स उपलब्ध कराई जाएगी जो कि तीमारदार की तरह मरीज की देखभाल कर सके।
यह जानकारी एक पत्रकार वार्ता में देते हुए मेयो मेडिकल सेंटर की डायरेक्टर डॉ मधुलिका सिंह ने बताया कि इस सुविधा के लिए अस्पताल कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं लेगा, यह सुविधा फ्री दी जायेगी। यह केयरटेकर 24 घंटे मरीज के साथ रहकर उनकी उसी प्रकार देखभाल करेगा जैसे कि परिजन करते हैं इसमें उनके लिए दवा लाना जैसे छोटे-छोटे काम भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि यदि किसी मरीज की देखभाल के लिए रात्रि में उनका परिजन उपस्थित नहीं है तो यह केयरटेकर रात में भी मरीज के साथ रहेगा। उन्होंने बताया रेनोवेशन करके अस्पताल में मरीजों के लिए हर सुख सुविधा का स्तर बढ़ाया गया है, लेकिन खास बात यह है कि नई सुविधाएं देने के साथ ही शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। इस संबंध में उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि हमारे अस्पताल में नी ट्रांसप्लांट अभी भी डेढ़ लाख रुपए में किया जाता है। इसी प्रकार पैथोलॉजी में की जाने वाली रक्त की आवश्यक जांचें, जिनका मूल्य 2420 रुपए है लेकिन ये जांचें अस्पताल में मात्र 700 रुपए में की जाती हैं, तथा यह सुविधा 24 घंटे उपलब्ध है।
डॉ मधुलिका ने बताया कि इसके अतिरिक्त अस्पताल में प्रत्येक रविवार को किसी न किसी रोग के लिए फ्री ओपीडी रखी गई है। इस क्रम में इस रविवार 27 मई को स्त्री एवं प्रसूति रोग की ओपीडी आयोजित की जाएगी। इसमें आने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी रियायती दरों पर किया जाएगा, इसके अंतर्गत नॉर्मल डिलीवरी 20,000 तथा सीजेरियन डिलीवरी 30,000 रुपयेे में की जाएगी।
पत्रकार वार्ता में मौजूद डॉक्टर पंकज ने आजकल हो रही तेज गर्मी से होने वाले हीट स्ट्रोक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया की पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें और यदि किसी को हीट स्ट्रोक आ गया है तो उसे हॉस्पिटल लाने तक किस तरह सावधानी बरतें। उन्होंने बताया कि हमारे शरीर का तापमान 98.6 नॉर्मल होता है लेकिन यह अगर 104 से ऊपर पहुंच जाए, चक्कर आने लगे, ब्लड प्रेशर कम होने लगे तो यह स्थिति हीट स्ट्रोक की कहलाती है। ऐसे में मरीज के माथे पर ठंडी पट्टी रखें, पानी से उसका बदन पोछ दें, लेकिन ध्यान रखें ठंडे पानी का इस्तेमाल बाहरी शरीर पर ही करें उसको ठंडी चीज न पिलायें, पीने के लिए पानी नॉर्मल ही दें। मरीज को नमक मिलाकर छाछ पिलाया जा सकता है।