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लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में स्टेमी केयर STEMI CARE वार्ड का उद्घाटन

-जानलेवा हृदयाघात से पीडि़त मरीजों के लिए की शुरू की गयी है यह सुविधा

सेहत टाइम्स

लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (डॉ. आरएमएलआईएमएस), लखनऊ के हृदय रोग विभाग में आज 5 बेड का समर्पित STEMI वार्ड का उद्घाटन किया गया। यह विशेष सुविधा ST-Elevation Myocardial Infarction (STEMI) — एक जानलेवा प्रकार का हृदयाघात — से पीड़ित मरीजों को त्वरित और केंद्रित उपचार प्रदान करने के लिए स्थापित की गई है, जिसके लिए तात्कालिक चिकित्सकीय हस्तक्षेप आवश्यक होता है।

इस STEMI वार्ड का उद्घाटन डॉ. सी. एम. सिंह, निदेशक, डॉ. आरएमएलआईएमएस द्वारा किया गया, जो कि पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा, उत्तर प्रदेश सरकार की प्रेरणा से संपन्न हुआ। प्रमुख सचिव ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे राज्य में हृदय आपातकालीन प्रतिक्रिया को बेहतर बनाने की एक समयानुकूल और दूरदर्शी पहल बताते हुए कहा कि “STEMI के लिए समर्पित इस विशेष वार्ड की स्थापना संस्थान की हृदयाघात रोगियों को जीवनरक्षक, केंद्रित देखभाल प्रदान करने की क्षमता को काफी हद तक बढ़ाएगी।”

RMLIMS एक केन्द्रीय हब के रूप में कार्य करेगा। यह वार्ड STEMI परियोजना को ECG रिपोर्टिंग, चिकित्सकीय मार्गदर्शन, और उन्नत हृदय देखभाल प्रदान करते हुए हब-एंड-स्पोक मॉडल में क्रियान्वित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भी दर्शाता है, जहाँ RMLIMS एक केन्द्रीय हब के रूप में कार्य करेगा। यह विकास उत्तर प्रदेश सरकार की उस दूरदृष्टि के अनुरूप है जिसमें पूरे राज्य में आपातकालीन हृदय रोग उपचार की संरचना को मज़बूत करने, समय पर इलाज सुनिश्चित करने, विशेषज्ञ हस्तक्षेप उपलब्ध कराने और हृदयाघात के रोगियों के लिए बेहतर परिणाम हासिल करने का लक्ष्य है।

कार्यशाला के दूसरे दिन भी दी गयी महत्वपूर्ण जानकारियां

दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में आपातकालीन हृदय देखभाल को सुदृढ़ करने की दिशा में चल रहे प्रयासों के तहत, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (Dr. RMLIMS), लखनऊ में आज STEMI CARE कार्यशाला के दूसरे दिन का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में राज्य भर से आए 60 स्वास्थ्य कर्मियों — जिनमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिक्स शामिल थे — ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सत्रों में ST-Elevation Myocardial Infarction (STEMI) की शीघ्र पहचान, त्वरित ईसीजी निदान, Tenecteplase जैसी थ्रोम्बोलाइटिक दवाओं का प्रशासन, और हब-एंड-स्पोक मॉडल के तहत समयबद्ध रेफरल पर केंद्रित प्रशिक्षण दिया गया।

इस अवसर पर पार्थ सारथी सेन शर्मा, आईएएस, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस परियोजना के प्रति अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए विभाग की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया ताकि STEMI कार्यक्रम को राज्य के प्रत्येक जिले में सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।

यह कार्यशाला STEMI CARE परियोजना के संचालन की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य सरकार की हृदय संबंधी आपात स्थितियों में मृत्यु दर को कम करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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