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केजीएमयू में कैंसर की उन्नत उपचार विधि रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी की शुरुआत

-स्वस्थ ऊतकों को बचाते हुए कैंसर कोशिकाओं पर करती है प्रहार

सेहत टाइम्स

लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी की शुरुआत हो गयी है। इस उन्नत उपचार विधि से कैंसर कोशिकाओें पर सीधा लक्ष्य करके उन्हें नष्ट किया जाता है, जिससे स्वस्थ ऊतकों को कम से कम नुकसान पहुंचता है। कैंसर रोगियों, विशेष रूप से मेटास्टेटिक प्रोस्टेट कैंसर, न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर और कैंसर मेटास्टेसिस से होने वाले गंभीर हड्डी के दर्द से जूझ रहे रोगियों के लिए नई उम्मीद है।

यह जानकारी देते हुए न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग के डॉ प्रकाश सिंह ने बताया कि KGMU में रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी की उपलब्धता यह सुनिश्चित करती है कि उत्तर प्रदेश और आस-पास के क्षेत्रों के रोगियों को अब इन उन्नत उपचारों के लिए दूर के केंद्रों की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। यह उपचार अनगिनत रोगियों के लिए नई उम्मीद और स्वास्थ्य लेकर आया है।

क्या है रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी

उन्होंने बताया कि रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी एक नवीन और लक्षित कैंसर उपचार है, जिसमें रेडियोधर्मी आइसोटोप का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को सटीकता से नष्ट किया जाता है और स्वस्थ ऊतकों को न्यूनतम नुकसान पहुंचाया जाता है। इसे हाइपरथायरॉइडिज्म के उपचार में नियमित रूप से उपयोग किया जाता है और इसे अब KGMU में भी शुरू किया जा चुका है। यह उपचार ट्यूमर कोशिकाओं पर मौजूद विशेष आणविक मार्करों का उपयोग करता है, ताकि रेडियोन्यूक्लाइड्स सीधे रोग के स्थान पर विकिरण पहुंचा सकें।

मेटास्टेटिक प्रोस्टेट कैंसर के मामले में, लुटेटियम-177 पीएसएमए (177Lu-PSMA) थेरेपी एक महत्वपूर्ण उपचार के रूप में उभरी है। यह न केवल ट्यूमर को कम करता है, बल्कि परेशान करने वाले लक्षणों को भी कम करता है, जिससे रोगियों की जीवन गुणवत्ता में काफी सुधार होता है। इसी प्रकार, न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर वाले रोगी लुटेटियम-177 डोटाटेट थेरेपी से लाभान्वित हो सकते हैं, जो इन ट्यूमरों पर मौजूद सोमाटोस्टाटिन रिसेप्टर्स को लक्षित कर प्रभावी और केंद्रित उपचार प्रदान करती है।

हड्डी के दर्द से राहत

उन्नत कैंसर के सबसे चुनौतीपूर्ण पहलुओं में से एक है हड्डी में मेटास्टेसिस, जो असहनीय दर्द और गतिशीलता में बाधा उत्पन्न करता है। रेडियोन्यूक्लाइड्स जैसे सामेरियम-153, लुटेटियम EDTMP और अन्य एजेंट हड्डी के दर्द को कम करने में प्रभावी हैं। ये उपचार विशेष रूप से हड्डी में कैंसरयुक्त घावों को लक्षित करते हैं और स्थानीय विकिरण प्रदान करके दर्द और सूजन को कम करते हैं, जिससे रोगी अधिक आरामदायक जीवन जी सकते हैं।

KGMU में रोगियों को लाभ

उन्होंने बताया कि रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी की शुरुआत के साथ, KGMU अब कैंसर प्रबंधन के लिए एक व्यापक समाधान प्रदान करता है। यह उपचार न केवल रोग पर नियंत्रण करता है, बल्कि लक्षणों से राहत भी प्रदान करता है, जिसमें इलाज और देखभाल का संतुलन शामिल है। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण उपलब्धि KGMU की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद के अटूट समर्थन और नेतृत्व के बिना संभव नहीं हो पाती।

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