Wednesday , January 15 2025

“मानव सेवा-माधव सेवा” के मूल मंत्र को अपनायें युवा चिकित्सक

-राजकीय गाज़ीपुर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में राष्ट्रीय युवा दिवस पर कार्यशाला आयोजित

सेहत टाइम्स

लखनऊ/गाजीपुर। समाज के सबसे जीवंत और गतिशील वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाला युवा समूह देश की सबसे मूल्यवान मानव संपदा है। अपनी असीमित क्षमता के साथ, युवा भारत को प्रगति और नवाचार की नई ऊंचाइयों पर ले जाने की शक्ति रखते हैं। राष्ट्रीय युवा दिवस इस क्षमता को स्वीकार करने, उत्‍सव मनाने और दोहन करने का क्षण है, जो युवाओं को देश के विकास में सार्थक योगदान देने के लिए प्रेरित करता हैं। युवा चिकित्सक “मानव सेवा-माधव सेवा” के मूल मंत्र को अपने चिकित्सकीय जीवन में अपनायें।

ये विचार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में राजकीय गाज़ीपुर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में स्वामी विवेकानंद की जयन्ती राष्ट्रीय युवा दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यशाला में श्रद्धेय स्वामी विवेकानंद के विचारों और शिक्षा को प्राचार्य प्रो0डॉ0राजेन्द्र सिंह द्वारा युवाओं के समक्ष प्रस्तुत करते हुए व्यक्त किये गये। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने सन् 1984 ई. को ‘अन्तर्राष्ट्रीय युवा वर्ष'” घोषित किया गया था। इस महत्वपूर्ण दिन के महत्त्व पर विचार करते हुए भारत सरकार ने सन 1984 से 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में देशभर में सर्वत्र मनाए जाने का संकल्प लिया था।

स्वामी के महत्वपूर्ण कथन “उठो, जागो, रुको नहीं” पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर राजेंद्र सिंह ने बताया कि समस्त भारत वर्ष में राष्ट्रीय युवा दिवस प्रत्‍येक वर्ष 12 जनवरी को महान आध्यात्मिक चेतना के संवाहक, दार्शनिक और विचारक स्वामी विवेकानंद की स्मृति में मनाया जाता है, जिनका युवाओं की क्षमता में अटूट विश्वास देश के युवा नागरिकों के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है।

विवेकानंद का प्रेरक जीवन और सशक्त संदेश युवाओं से अपने सपनों को संजोने, अपनी ऊर्जा को उजागर करने और उनके कल्पित आदर्शों के अनुरूप भविष्य को आकार देने का आग्रह करता है। युवाओं को 15 से 29 वर्ष की आयु वर्ग के रूप में परिभाषित किया गया है, वे भारत की कुल जनसंख्या का लगभग 40% हिस्सा हैं। उन्होंने स्वामी जी के “जीवन दर्शन एवं कार्य को भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का बहुत बड़ा स्रोत बताया”

वहीं इस अवसर पर डॉ अनुपमा राय चिकित्सालय प्रभारी ने शारीरिक सौष्ठव और स्वास्थ को समुन्नत बनाने के लिए स्वामी जी का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए जीवन को समझने के लिए जिज्ञासा का महत्व बताया राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यशाला कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों ने गुरुजनों को आश्वस्त करते हुए “सेवा संकल्प” लेकर सफल बनाया, जिसकी कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों ने सराहना की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.