-किसी भी आउटसोर्स कम्पनी के माध्यम से तैनाती करने की सभी डीएम-सीएमओ से अपेक्षा जतायी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश ने कोविड काल के दौरान आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से तैनात किए गए कर्मचारियों को कोविड वारियर्स बताते हुए विशेष स्थितियों में इनकी तैनाती में निरंतरता बनाए रखने की बात कही है। इस सम्बन्ध में मिशन निदेशक ने सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखकर इन कर्मचारियों को जनपदों में आउटसोर्स संस्थाओं के माध्यम से नियुक्त करने की अपेक्षा की है।
पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 की रोकथाम, उपचार एवं प्रबंधन के लिए अतिरिक्त मानव संसाधन को अस्थाई रूप से 3 से 6 माह के लिए आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से तैनात किए गए थे। भारत सरकार द्वारा कोविड-19 को महामारी के रूप में समाप्त घोषित किए जाने के आदेश दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही मुख्यालय स्तर पर भी सीमित बजट की स्थिति में इन कोविड कर्मियों की आगामी निरंतरता के संबंध में निर्णय लिया जाना है।
मिशन निदेशक ने कहा है कि यद्यपि कोविड कर्मियों का इस संबंध में कोई विधिक अधिकार नहीं है, फिर भी इन कर्मचारियों के सराहनीय प्रयासों के दृष्टिगत इन कोविड वॉरियर्स को जनपद स्तर पर कार्यरत किसी भी आउटसोर्स संस्था के माध्यम से यथासंभव वरीयता देते हुए कार्य लिये जाने पर विचार किये जाने की अपेक्षा है।
मिशन निदेशक ने अपने पत्र में यह भी साफ किया है कि कोविड काल के कर्मचारियों के लिए किये गये इस निर्णय को नजीर मानकर दूसरे मामलों में इस तरह का निर्णय लागू न किया जाये।