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प्रेम की धार, हास्य-व्यंग्य की फुहार सहित अनेक रंग बिखरे सावन महोत्सव में

-‘कलम के जादूगर’ ने ‘केकेजे साहित्य गौरव सम्मान’ से नवाजा कवियों को

सेहत टाइम्स

लखनऊ। आभासी दुनिया के हिंदी काव्य प्रेमियों के बहुचर्चित समूह ‘कलम के जादूगर’ ने उत्साह और उत्सव भरे सावन के मौसम में लखनऊ शहर की सांस्कृतिक धरोहर में नया रंग भरते हुए ‘सावन महोत्सव’ कवि सम्मेलन का आज 13 जुलाई को आयोजन किया। 

रेडिएंट होटल में आयोजित यह कार्यक्रम जाने माने कवि, गीतकार ‘कलम के जादूगर’ के संस्थापक श्रेय तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एफ.एच. मेडिकल कॉलेज आगरा के सीईओ डॉ जितेन्द्र कुमार गुप्ता थे।

इस भव्य काव्य सम्मेलन में भाग लेने के ​लिए देश भर से, पटल से जुड़े, कई वरिष्ठ एवं युवा रचनाकारों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। इन रचनाकारों ने अपनी कविताओं के माध्यम से सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक जैसे विभिन्न विषयों पर अपने विचारों को रचनाओं में पिरोया। ग़ज़लों, गीतों और छंदों की रिमझिम फुहारों ने समां मनमोहक कर दिया। दर्शकों का मन कभी प्रेम रस से प्रफुल्लित हुआ तो कभी हास्य व्यंग्य में सराबोर हुआ। कभी भावुक हुए श्रोतागण तो कभी हृदय में ऊर्जा का संचार हुआ।

समारोह में सम्मिलित होने वाले रचनाकारों में कुलदीप शुक्ला, दीपांशी शुक्ला, रिज़वान फरीदी, डॉ बृजभूषण, ऋचा अग्रवाल, पंकज देहाती, विक्रम सिंह यादव बरनी, अलका निगम, दुर्वेश कुमार, डॉ किरण दयाल, अमित अल्प, अजय साथी, सरिता त्रिपाठी, पद्मनाभ त्रिपाठी, अभिलाषा अरुण, निर्देश कुमार विन, सीमा वर्णिका, विजय पुरोहित बिजू, कृष्ण कुमार दूबे, सुधीर यादव, प्रकाश मित्रवत, चेतना तिवारी, तरुण जैन, सीमा श्रीवास्तव, विनय कुमार साहू निश्छल, पूनम नैन मलिक, जगन्नाथ राय, पारुल चौधरी, बीरेंद्र गौतम, ऊषा शर्मा,अंजू अहिरवार, मनोज पांडेय मुसाफिर, अर्चना झा, श्राबोनी गांगुली, विशु तिवारी, अंजू चौधरी, शशांक मणि यादव, संगीता वर्मा, भूपेंद्र राघव, निशा सक्सेना, अनीता अरोड़ा, ज्योति शर्मा, अंजना जैन और नीलम गुप्ता शामिल थे।

इन सभी रचनाकारों को हिंदी काव्य साहित्य के उत्थान में कार्यरत होने के लिए कलम के जादूगर समूह द्वारा ‘केकेजे साहित्य गौरव सम्मान’ से भी नवाज़ा गया।
सावन महोत्सव के आयोजक श्रेय तिवारी ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हिंदी काव्य साहित्य की अभिवृद्धि और नवीन रचनाकारों को मंच प्रदान करना है। कलम के जादूगर नियमित रूप से ऐसे सम्मेलनों का आयोजन विभिन्न शहरों में करते रहते हैं। महोत्सव के उत्कृष्ट तरीके से संचालन का जिम्मा जिन कवत्रियों ने सम्भाला उनमें पूजा श्रीवास्तव, बलूनी पंत, प्रीति पांडेय, ऋतु तिवारी एवं हेमा सागरिका शामिल रहीं।

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