-लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में किया गया एथिक्स सत्र का आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो सीएम सिंह ने पीजी चिकित्सक छात्रों को विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व बताते हुए कहा है कि मरीजों के दर्द, तकलीफ को खुद की दर्द तकलीफ समझ कर इलाज करें।
उन्होंने मरीजों से भली भांति, संयम के साथ संवाद किए जाने के लिए कहा। उन्होंने मरीजों के चिकित्सीय दस्तावेजीकरण पर भी जोर दिया।
यह जानकारी देते हुए संस्थान से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पीजीएमईआर 2023 से प्राप्त शासनादेश के दृष्टिगत डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कोर्स इन एथिक्स सत्र का आयोजन किया गया।
सत्र की शुरुआत प्रो.(डॉ) सी. एम.सिंह के आशीर्वचन से हुई। जिसमें उन्होंने पी जी फाउंडेशन कोर्स के अंतर्गत आयोजित सत्र के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आज का यह सत्र छात्रों को एक बुनियादी चिकित्सा विज्ञान, नैतिकता, अनुसंधान पद्याधती और संचार कौशल में एक मजबूत आधार प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह सत्र छात्रों की चुनी हुई विशेषज्ञता में सफलता प्राप्त करने में सहायक होगा।
आयोजित सत्र में ओपीडी,वार्ड, आईसीयू राउंड शिष्टाचार, अत्यंत गंभीर बीमारी के मरीज की काउंसलिंग किस प्रकार की जाए, वार्ड में हुई मृत्यु , चिकित्सीय नैतिकता,चिकित्सीय पद्याथी में गोपनीयता, इत्यादि विषयों पर
संस्थान के संकाय सदस्यों द्वारा छात्रों को लेक्चर दिया गया।
सत्र के दौरान संस्थान के डीन, प्रो0 प्रद्युम्न सिंह, सीoएमoएस, प्रो.अजय कुमार सिंह, पीoजी सेल सब डीन डाo मनीष कुमार सिंह, इत्यादि उपस्थित रहे।