-संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ, उत्तर प्रदेश ने मिशन निदेशक को लिखा पत्र
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ, उत्तर प्रदेश ने मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश से बीती 31 मार्च तक नर्स मेंटर के पद पर कार्य कर रहीं लगभग 36 संविदा कार्मिकों को एनएचएम के अंतर्गत अन्य कार्यक्रम में समायोजित किए जाने का आग्रह किया है।
महामंत्री योगेश कुमार उपाध्याय द्वारा लिखे पत्र में कहा गया है कि संज्ञान में आया है कि नर्स मेंटर के पद पर वर्तमान में कार्यरत लगभग 36 संविदा कार्मिकों की बीती 31 मार्च 2024 को सेवा समाप्त कर दी गई है, संघ के तरफ से आप से आग्रह है इन कार्मिको को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत अन्य कार्यक्रम में समायोजित किए जाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें।
पत्र में कहा गया है कि लगभग समस्त नर्स मेंटर को ट्रेनिंग सेंटर पर संबद्ध कर नर्सिंग संवर्ग के प्रतिशण का कार्य लिया जा रहा था, जिसकी वजह से उनके मूल कार्य प्रभावित हो रहे थे तथा कार्यक्रम की रैंकिंग कम थी। ऐसे में इनके 10 वर्ष के कार्यानुभव को ध्यान में रखते हुए इनका समायोजन प्रतिशण केन्द्रों पर रिक्त पद के सापेक्ष किया जा सकता है ।
उन्होंने लिखा है कि पूर्व में संविदा कर्मचारियों को आधार मानते हुए आवश्यक कार्यवाही की जा सकती है। जिसके तहत वर्ष 2012 में उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा 10.12. 2012 को रिट याचिका संख्या A-52610/2012 के निर्देशन के क्रम में कार्यक्रम बंद होने के उपरांत समस्त संविदा कर्मचारियों का समायोजन उनके वरिष्ठता को ध्यान में रखते हुए किया गया था |
वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य प्रणाली सुदृढ़ीकरण परियोजना (UPHSSP) के अंतर्गत लगभग 5000 कार्यरत संविदा कार्मिकों की सेवा समाप्ति के उपरांत उनका समायोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत किया जा चुका है | पत्र में कहा गया है कि इसी क्रम मे नर्स मेंटर जिनकी सेवा 31 मार्च 2024 को समाप्त की जा चुकी है, को ट्यूटर अथवा अन्य समकक्ष पद पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने की कृपा करें।