-शिक्षक दिवस के कार्यक्रम में बोले यूपी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा
-सम्राट विक्रमादित्य सेवा संस्थान ने किया केजीएमयू के शिक्षकों का सम्मान
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गुरु की संज्ञा देते हुए कहा है कि जिस तरह हमारे गुरु मोदी अपना प्रति क्षण राष्ट्र को समर्पित करते हैं उसी भाव से मैं भी प्रदान किए गए सभी दायित्वों का निर्वहन ताउम्र करना चाहता हूं।
मोहसिन रजा ने यह उद्गार शिक्षक दिवस पर केजीएमयू के पीएमआर विभाग (लिम्ब सेंटर) में सम्राट विक्रमादित्य सेवा संस्थान द्वारा आयोजित सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। इस दौरान उन्होंने अपने द्वारा रचित एक कविता भी पढ़ी।
सम्राट विक्रमादित्य सेवा संस्थान द्वारा शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर केजीएमयू के चिकित्सकों एवं सेवावृतियों के सम्मान का कार्यक्रम रखा गया, कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में रेखा त्रिपाठी एवं केजीएमयू के अधीक्षक डॉ अनिल गुप्ता उपस्थित रहे। सर्वप्रथम सम्राट विक्रमादित्य एवं भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्चन करके कार्यक्रम की शुरुआत हुई तत्पश्चात संस्कृत भारती के प्रांत के संगठन मंत्री गौरव नायक के द्वारा संस्कृत पर प्रकाश डालते हुए संस्कृत भारती द्वारा प्रकाशित पुस्तक सभी अतिथियों को भेंट की गई। डॉ अनिल गुप्ता ने मुख्य अतिथि मोहसिन रजा को सम्राट विक्रमादित्य का चित्र एवं एकल पुष्प देकर सम्मानित किया। तत्पश्चात आए हुए सभी गणमान्य चिकित्सकों को चित्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले चिकित्सकों में डॉ मधुबन तिवारी, डॉo सूर्यकांत, डॉ सुनित मिश्रा, डॉ हैदर अब्बास, डॉ अनित परिहार, डॉ0 दुर्गेश द्विवेदी, डॉ विजय कुमार, डॉ0 उर्मिला धाकड़, डॉ0 पुनीत कुमार, डॉ0 आशीष श्रीवास्तव, दंत संकाय से डॉ0 विभा सिंह, डॉ0 गीता सिंह, डॉ कौशल किशोर अग्रवाल, डॉ संतुष्ट पांडे, डॉ0 रजनीश सिंह, डॉ0 संजय गुप्ता एवं सेवा व्रतियों में इंजीनियर शैलेंद्र सिंह, बलराम श्रीवास्तव, प्रदीप श्रीवास्तव, अनुपम श्रीवास्तव, शीतला प्रसाद, धीरेंद्र वर्मा, विवेक श्रीवास्तव, अनीस अहमद, अजय सक्सेना, सुरेंद्र मिश्रा आदि रहेl विक्रमादित्य सेवा संस्थान के महा संगठन सचिव ओम प्रकाश पांडे द्वारा बताया गया कि आज इस पावन अवसर पर संस्थान द्वारा पांच व्हील चेयर गठिया विभाग को प्रदान की जा रही है, जिसे तुरंत विभाग में पहुंचा दिया गया।
अंत में अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ सूर्यकांत ने अपनी बात रखी, और कल्याण मंत्र के द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया मंच का संचालन संस्थान के सचिव आनंद पांडेय ने किया।