-बीएचयू को 8वां और केजीएमयू को मिला 12वां स्थान
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई लखनऊ ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में देश भर में अपनी 7वीं रैंक को बरकरार रखा है, पिछले वर्ष 2022 में भी संस्थान की 7वीं रैंक आयी थी। एसजीपीजीआई ने यह रैंक किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय को पछाड़ कर हासिल की है। बनारस हिन्दू विश्व विद्यालयक की 8वीं और केजीएमयू को 12वीं रैंक हासिल हुई है।
एसजीपीजीआई से मिली जानकारी में बताया गया है कि SGPGIMS ने अपनी रैंकिंग स्थिति को बनाए रखा है, लेकिन छात्रों की संख्या, वित्तीय संसाधनों और उनके उपयोग और अन्य क्षेत्रों में सुधार हुआ है। बताया गया है कि समग्र स्कोर 67.18 से बढ़कर 69.62 हो गया यानी इसमें 2.44 की वृद्धि हुई है। इसके अलावा छात्र संख्या में 9.67 से 13.76 की वृद्धि यानी 4.09 की वृद्धि हुई है।
इसके अतिरिक्त वित्तीय संसाधनों और उनके उपयोग में 23.93 से 28.37 की वृद्धि यानी 4.44 की वृद्धि हुई है तथा 1.00 की वृद्धि बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) और पेटेंट, प्रकाशित, अनुदानित और लाइसेंस (IPR) में हुई है। विश्वविद्यालय परीक्षाओं के लिए मीट्रिक में 22.80 से 25.00 तक यानी 2.20 की वृद्धि, छात्रों के प्रतिशत में 2.08 की वृद्धि हुई है।
ज्ञात हो मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा अनुमोदित राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) को 29 सितंबर, 2015 को लॉन्च किया गया था। यह ढांचा देश भर में संस्थानों को रैंक करने के लिए एक पद्धति की रूपरेखा तैयार करता है। इसके अंतर्गत मापदंडों के पांच व्यापक सामान्य समूहों में संस्थानों की रैंकिंग दी जाती है। इनमें 1.शिक्षण, सीखना और संसाधन, 2. अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास 3 स्नातक परिणाम, 4 आउटरीच और समावेशिता और 5वां अवधारणा शामिल है।
एनआईआरएफ रैंकिंग 2023 की समग्र कवायद संस्थान के निदेशक प्रो. आर.के. धीमन और विभागाध्यक्ष, अस्पताल प्रशासन, डॉ. आर. हर्षवर्धन, के प्रयासों के माध्यम से की गई थी। प्रो. एस पी अंबेश, डीन और वरुण वाजपेयी, कार्यकारी रजिस्ट्रार भी एन आई आर एफ रैंकिंग अभ्यास में सहायक थे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अस्पताल प्रशासन विभाग के रेजिडेंट्स चिकित्सकों का अतुलनीय योगदान रहा।