-फार्मेसिस्ट फेडरेशन ने किया दिवस को समारोहपूर्वक मनाने का अनुरोध
सेहत टाइम्स
लखनऊ। फार्मेसिस्ट फेडरेशन ने सभी फार्मेसी शिक्षण संस्थान, औषधि निर्माण उद्योग, समस्त फार्मेसिस्ट संगठनों, सभी विंग और जिला शाखाओ से अपील जारी कर 6 मार्च को नेशनल फार्मेसी एजुकेशन डे पर कार्यक्रमों के आयोजन का निर्णय लिया है।
फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि भारत में फार्मेसी शिक्षा के जनक प्रोफेसर एम एल सराफ, जिन्हें फादर ऑफ फार्मेसी इन इंडिया और फादर ऑफ इंडियन फार्मेसी एजुकेशन कहा जाता है, के जन्मदिन 6 मार्च को फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया द्वारा “नेशनल फार्मेसी एजुकेशन डे” घोषित किया गया है। पीसीआई द्वारा इस दिवस को समारोह पूर्वक मनाने का अनुरोध किया गया है। इस संबंध में फार्मेसिस्ट फेडरेशन साइंटिफिक कमेटी की बैठक कल देर रात चेयरमैन प्रोफेसर (डॉ) हरलोकेश की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बैठक में निर्णय से अवगत कराते हुए प्रो डॉ संजय यादव, प्रो डॉ इरफान, डॉ शिव प्रसाद ने बताया कि प्रोफेसर एम एल सराफ के 121वें जन्म दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों, फार्मा उद्योगों, सभी रिसर्च संस्थानों, फार्मेसी संस्थानों में फार्मेसिस्टों, फार्मेसी छात्रों और शिक्षकों आदि के साथ रैली, सेमिनार, पोस्टर प्रतियोगिता, प्रभात फेरी, नाटक, केक कटिंग आदि का आयोजन होगा। सभी फार्मा उद्योगों के प्रतिनिधियों से अपील की गई है कि कार्यक्रमों में अपना सहयोग देते हुए प्रो सराफ को याद करें।
फेडरेशन की सभी जनपद शाखाएं सभी विंग्स के पदाधिकारियों के साथ समवेत जनपद स्तरीय कार्यक्रमो का आयोजन करेंगी। यूथ विंग के अध्यक्ष आदेश, महाससिव ज्ञान चंद्र, सचिव पी एस पाठक ने कहा कि यूथ विंग के सभी पदाधिकारी सोशल मीडिया के माध्यम से भी फार्मेसी शिक्षा के लिए प्रो एम एल सराफ द्वारा किए गए योगदान को याद करने के लिए अपने जनपद में कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे।
बैठक को महामंत्री अशोक कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जे पी नायक, उपाध्यक्ष ओ पी सिंह, राजेश सिंह, शिव प्रसाद महामंत्री होम्यो, संगठन मंत्री राजेश सिंह, यूथ विंग के अध्यक्ष आदेश, अमरेंद्र, अनूप आनंद, विधान, शिखा, आदि ने संबोधित किया।
बैठक में डि फार्मेसिस्ट एसोसिएशन, वेटनरी फार्मेसिस्ट एसोसिएशन, आयुर्वेद यूनानी फार्मेसिस्ट, होम्योपैथ फार्मेसिस्ट एसोसिएशन, एसजीपीजीआई फार्मेसिस्ट एसोसिएशन, लोहिया फार्मेसिस्ट एसोसिएशन, सैफई आयुर्विज्ञान संस्थान, ई एस आई, कारागार, समाज कल्याण, श्रम, होमगार्ड विभाग फार्मेसिस्ट एसोसिएशन, विभिन्न संस्थानों के निदेशक, प्रधानाचार्य, फैकल्टी सहित सभी विंग्स के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की।