-नौ इंटर्न फार्मासिस्ट को ट्रेनिंग से बाहर किया, चार सुरक्षा गार्डों को हटाया
-हजरतगंज कोतवाली को भेजी सूचना, फार्मासिस्ट इंटर्न इंजार्च को कारण बताओ नोटिस
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में 6 अगस्त की रात को हंगामा करते हुए बर्थ डे पार्टी मनाने के प्रकरण में उप मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल प्रशासन ने सख्त एक्शन लिया है। बर्थ डे पार्टी में शामिल नौ फार्मासिस्ट इंटर्न की ट्रेनिंग चिकित्सालय से तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गयी है, जबकि घटना के समय तैनात चार सुरक्षा गार्डों को भी हटा दिया गया है। जिस सेवा प्रदाता फर्म के ये गार्ड हैं, उस फर्म में एक माह का नोटिस जारी कर दिया गया है, इसके बाद उस फर्म की भी चिकित्सालय से मानव संसाधन की आपूर्ति के सेवाएं समाप्त हो सकेंगी। अस्पताल प्रशासन ने इस बारे में हजरतगंज कोतवाली को भी सूचना दे दी है।
यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की ओर से बताया गया है कि फार्मासिस्ट इंटर्न के बारे में उनके कॉलेजों को भी इसकी सूचना देते हुए लिख दिया गया है कि इन सभी प्रशिक्षुओं की ट्रेनिंग अधूरी है। इन फार्मासिस्ट इंटर्न का कार्यभार अन्य चीफ फार्मासिस्ट को सौंपते हुए चिकित्सालय में फार्मासिस्ट इंटर्न इंचार्ज को भी कारण बताओ नोटिस जारी की गयी है। सीएमएस ने कहा है कि अस्पताल प्रशासन जनहित में यह संदेश देना चाहता है कि चिकित्सालय प्रशासन इस घटना की कड़ी निंदा करता है तथा भविष्य में भी इस तरह की किसी भी घटना के लिए शासन की मंशा के अनुरूप चिकित्सालय प्रशासन कठोर से भी कठोर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ज्ञात हो कि अस्पताल में बर्थ डे पार्टी के दौरान खासा हंगामा हुआ था, जिससे भर्ती मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विभागीय व उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के पास यह मामला पहुंचा था, जिस पर उन्होंने अस्पताल के निदेशक एवं अपर निदेशक लखनऊ मंडल को संयुक्त जांच समिति गठित कर पूरे मामले की जांचकर दोषियों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे।