-निर्देश के बावजूद न तो डीजी और न ही अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य कर्मियों से बात कर रहे
-कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा ने स्वास्थ्य कर्मचारियों के आन्दोलन को दिया पूरा समर्थन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए मुख्यमंत्री से मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में नियम विरुद्ध किये गये कर्मचारियों के स्थानान्तरण को तत्काल निरस्त कर सामान्य स्थिति बनायें। उन्होंने कहा है कि उपमुख्यमंत्री व मुख्य सचिव दोनों के निर्देश के बाद भी न तो महानिदेशक न ही अपर मुख्य सचिव कर्मचारी संगठनों से बात कर रहे हैं, जबकि अस्पतालों में आंशिक कार्य बहिष्कार के बाद स्थिति धीरे-धीरे पूर्ण कार्य बहिष्कार की ओर बढ़ रही है।
कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वी0पी0 मिश्र एवं महासचिव शशि कुमार मिश्र ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि मुख्यसचिव समिति की रिपार्ट पर तत्काल निर्णय करके स्थानान्तरण को निरस्त कराये नहीं तो प्रदेश के सभी कर्मचारी एवं शिक्षक भी आन्दोलन में सक्रिय भागीदारी करने को बाह्य होगें। जिसमें नगर निगम, नगर पंचायत, रोडवेज, विकास प्राधिकरण, राजकीय निगम, राजकीय शिक्षक, वन विभाग फेडरेशन भी प्रभावित हो जायेंगे।
नेताद्वय ने खेद व्यक्त किया है कि 2 घण्टे कार्य बहिष्कार से मरीज परेशान है, जब पूर्ण बहिष्कार हो जायेगा। तो गरीब मरीज कहां इलाज करायेंगे, परन्तु प्रदेश सरकार से जुड़े प्रमुख सचिव व महानिदेशक स्वास्थ्य द्वारा सार्थक आदेश निरस्तीकरण के सार्थक आदेश जारी नहीं हो रहे हैं। मात्र उत्तरदायी अधिकारियों को दण्डित किऐ जाने से समस्या हल नहीं होगी।
वी0पी0 मिश्र ने बताया कि उन्होंने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से बातचीत की थी उन्होंने महानिदेशक से कहा था कि परिषद के पदाधिकारियों से बातचीत करके दो दिन में निर्णय करके बतायें, परन्तु महानिदेशक द्वारा अभी तक बात नहीं की गई है, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य कर्मचारी संगठनों से बात ही नहीं करते जबकि मुख्य सचिव के आदेश है कि प्रत्येक माह बैठक करें।
श्री मिश्र ने बताया कि यह उन कर्मचारियों के मामले हैं जिन्होंने कोविड-19 में अपनी जान पर खेल कर लोगों के जीवन की रक्षा की थी, उन्हें प्रधानमंत्री द्वारा प्रशंसा करके सम्मानित भी किया गया था मृत कर्मचारियों के परिवार को 50 लाख की धनराशि भी दी गई थी।
कर्मचारी शिक्षक मोर्चा के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि अनियमित स्थानान्तरण को निरस्त करा दें जिससे अस्पतालों में सामान्य स्थिति लाई जा सके।
इस बीच आज लगातार तीसरे दिन प्रदेश के चिकित्सालयों में प्रात: 8 बजे से 10 बजे तक दो घंटे कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी रहा। इस दौरान परचे न बनने से, जांचें न होने, दवा न मिलने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मरीजों व परिजनों को 10 बजे का इंतजार करना पड़ा कि कर्मचारी अपनी सीट पर लौटें और उनका कार्य हो।