-केजीएमयू टीचर्स एसोसिएशन की बैठक में दिवंगत डॉ संतोष कुमार के परिवार को एक दिन का वेतन देने का निर्णय
सेहत टाइम्स
लखनऊ। केजीएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर प्रशासनिक स्तर पर किए जा रहे अनावश्यक विलंब पर नाराजगी जाहिर करते हुए आंदोलन का ऐलान किया है। संघ का कहना है कि जो मांगें विश्वविद्यालय स्तर से पूरी हो सकती हैं, उन्हें भी पूरा नहीं किया गया है तथा जो शासन स्तर पर होनी है उनके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन प्रभावी पैरवी नहीं कर रहा है। आंदोलन की रूपरेखा के तहत पहले मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा कुलपति को एक बार फिर से ज्ञापन देने के बाद 10 दिन तक इंतजार किया जाएगा तथा सुनवाई न होने पर 1 सप्ताह तक लगातार काला फीता बांधकर विरोध दर्ज कराया जाएगा तथा इसके बाद भी अगर जरूरत पड़ी तो आगे के आंदोलन पर निर्णय लिया जाएगा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ के के सिंह की अध्यक्षता में आज 23 जुलाई को कलाम सेंटर में हुई आम सभा की जानकारी देते हुए डॉ के के सिंह व सचिव डॉ संतोष कुमार ने बताया कि बड़ी संख्या में बैठक में शामिल हुए चिकित्सकों ने पूर्व निर्धारित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में कहा गया कि 1 जनवरी 2016 से प्रभावी संशोधित पे मैट्रिक्स एवं सेवानिवृत्ति लाभ आदि के आदेश एसजीपीजीआई व राम मनोहर लोहिया संस्थान के लिए जारी किए जा चुके हैं, लेकिन केजीएमयू के शिक्षकों के लिए अभी तक जारी नहीं किए गए हैं।
शिक्षकों ने कहा कि प्रशासनिक उदासीनता के कारण वैधानिक मांगें अब तक पूरी नहीं हो सकी है, इनमें वाहन भत्ता, अर्जित अवकाश, प्रोन्नति की अर्हता तिथि से वेतन, चिकित्सीय सुविधाएं व बैंक संबंधित समस्याएं आदि का समाधान विश्वविद्यालय स्तर से ही संभव है जबकि शेष समस्याओं का हल लचर पैरवी के कारण शासन से लंबित है।
बैठक में पिछले दिनों ऑर्थोपेडिक विभाग के दिवंगत डॉ संतोष कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा सभी शिक्षकों ने अपना 1 दिन का वेतन परिवार को देने का निर्णय लिया।