-हटाये गये पुराने कर्मचारियों की बहाली न हुई तो 4 जुलाई से आंदोलन का एलान
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रितेश मल्ल ने केजीएमयू में की जा रही भर्तियों को लेकर सेवा प्रदाता फर्म के खिलाफ कोई ठोस कदम न उठाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि नियमविरुद्ध कार्य करने के बाद भी जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष द्वारा सीधे नए कर्मचारियों को तैनाती दे दी गयी है। सब कुछ जानने के बाद भी केजीएमयू प्रशासन शांत बैठा है।
रितेश मल्ल ने कहा कि जेम पोर्टल सम्बन्धी आदेश में लिखा है कि पूर्व में कार्यरत कर्मी ही सेवा में रहेंगे इनको हटाना अवैधानिक है। बावजूद इसके जनरल सर्जरी विभाग में नये कर्मचारियों को तैनाती दे दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी संघ पहले इस मामले को लेकर वार्ता भी कर चुका है। अब केवल आंदोलन ही एक मात्र विकल है।
संघ की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि आगामी 4 जुलाई को सभी कार्यमुक्त किए गए कर्मचारी संगठन पदाधिकारियों के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय पर धरना देंगे। अगर फिर भी सभी कर्मचारियों की बहाली न हुई तो कर्मचारी संगठन मजबूर होकर कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को धरना प्रदर्शन में आमंत्रित करने को मजबूर होगा जिसकी सारी जिम्मेदारी के जी एम यू प्रशासन की होगी।