-कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने मांगों को लेकर राज्यपाल से भेंट कर पत्र सौंपा
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई कर्मचारी महासंघ ने राज्यपाल से भेंट कर संस्थान के कर्मचारियों की वर्षों से लंबित प्रमुख मांगों को लेकर एक मांग पत्र दिया है।
यह जानकारी देते हुए कर्मचारी महासंघ के महामंत्री धर्मेश कुमार ने बताया कि पत्र द्वारा राज्यपाल को अवगत कराया गया कि संस्थान के कर्मचारियों के वेतन भत्तों और अन्य सुविधाओं के मामले में संस्थान को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली की समतुल्यता प्राप्त है, लेकिन एसजीपीजीआई कर्मियों को एम्स के बराबर वेतन भत्ते व अन्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि राज्यपाल को सौंपे पत्र में जिन मांगों के बारे में लिखा गया है, उनमें पहली मांग कैडर रिस्ट्रक्चरिंग को अविलंब लागू किया जाना दूसरी मांग अखिल भारतीयआयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली की भांति संस्थान कर्मचारियों को 1 जुलाई 2017 से देय वर्दी भत्ता, पेशेंट केयर भत्ता और द्विभाषीय भत्ता को संस्थान में अविलंब लागू किये जाने की मांग शामिल है।
धर्मेश कुमार ने बताया कि इसी प्रकार तीसरी मांग है कि संस्थान के समस्त कैडर में रिक्त पड़े नियमित पदों पर अविलंब भर्ती की जाए तथा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भर्ती पर तुरंत रोक लगाई जाए तथा चौथी मांग है कि संस्थान की प्रथम विनियमावली 2011 में आवश्यक संशोधन किया जाए। प्रथम विनियमावली 2011 में दी गई व्यवस्था को संशोधित करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व अनुमोदन और घोषणा की बाध्यता को समाप्त किया जाए जिससे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली में वेतन भत्ते और अन्य सुविधाओं में बढोतरी होने पर संस्थान में सूचना प्राप्त होते ही उसको लागू किया जा सके।
धर्मेश कुमार ने बताया कि समस्त मांगों को लेकर कर्मचारी महासंघ पिछले कई वर्षों से संस्थान प्रशासन और उत्तर प्रदेश शासन के साथ लगातार पत्राचार और वार्ता कर रहा है लेकिन मांगें अभी तक लंबित हैं। धर्मेश कुमार ने बताया कि राज्यपाल ने कर्मचारी महासंघ द्वारा दिए गए मांग पत्र पर उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है। राज्यपाल से भेंटवार्ता में कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार यादव, महामंत्री धर्मेश कुमार और वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनीता सिंह शामिल थीं। कर्मचारी महासंघ ने राज्यपाल को भेंटवार्ता के लिए समय देने के लिए हृदय से धन्यवाद प्रेषित किया है।