लखनऊ। रॉयल कॉलेज ऑफ फिजीशियन, डबलिन, आयरलैंड की डिग्री लेने के लिए अब वहां जाकर परीक्षा देने की जरूरत नहीं है। यहां किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय में यह सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आज यहां समझौता हुआ। समझौते के तहत रॉयल कॉलेज ऑफ फिजीशियन, डबलिन, आयरलैंड द्वारा एक लिखित प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए सेंटर खोला जायेगा। इस सेंटर के शुरू होने पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को भी दूर करने में काफी सहायता मिलेगी।
विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार यहां रॉयल कॉलेज ऑफ फिजीशियन, डबलिन, आयरलैंड के चार सदस्यों का प्रतिनिधिमण्डल चिकित्सा विश्वविद्यालय के भ्रमण पर आया हुआ था। इस दल का नेतृत्व प्रो0 फ्रैंक मर्रे, अध्यक्ष, रॉयल कालेज आफ फिजीशियन, डबलिन आयरलैंड द्वारा किया गया। प्रतिनिधि मण्डल द्वारा आज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति पद्मश्री प्रो रवि कांत एवं अन्य चिकित्सा शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमण्डल के साथ मुलाकात कर बैठक भी की गयी। बैठक में भविष्य की तमाम संभावनाओं पर विवचार विमर्श भी किया गया। इसी मौके पर रॉयल कालेज ऑफ फिजीशियन द्वारा चिकित्सा विश्वविद्यालय के साथ एक आपसी समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया गया है। जिसके तहत वो चिकित्सा विश्वविद्यालय में एक लिखित और प्रैक्टिकल परीक्षण सेंटर खोलेंगे। यह सेंटर मेडिसिन, पीडियाट्रिक, कार्डियोलॉजी अदि विभागो मे होंगे।
ज्ञात हो इससे पहले रॉयल कालेज ऑफ सर्जन्स, आयरलैंड द्वारा सर्जरी विभाग में एक सेंटर खोला गया है। यह प्रदेश का पहला ऐसा सेंटर होगा इसके अलावा यह सेंटर कलकत्ता, मुम्बई में संचालित हो रहा अैर इसे दिल्ली में शुरू करने की तैयारी चल रही है साथ ही रॉयल कालेज ऑफ फिजीशियन द्वारा भारत में स्वास्थ्य के क्षेत्र मे सुधार करने के ऊपर भी कार्य किया जायेगा।