-24 घंटों में यूपी में 33 नये मरीज, मौत कोई नहीं, 11 जिले कोरोनामुक्त
-राजधानी लखनऊ में दो नये मामले, जिले में एक्टिव केस अब 68
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का थ्री टी यानी ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट प्लान कामयाब हुआ है, बीते डेढ़ साल से कोविड से जूझ रहे प्रदेश में समन्वित प्रयासों का परिणाम है कि कोरोना संक्रमण पर लगाम लग सकी है, 11 जिलों में सोमवार को कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना के 33 नये केस मिले हैं, जबकि इस दौरान प्रदेश में कोरोना से कोई भी मौत नहीं हुई। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 857 रह गई है। ऐसी स्थिति कोरोना के शुरुआती दिनों (18 अप्रैल 2020) में थी। प्रदेश में हर दिन ढाई लाख से तीन लाख टेस्ट हो रहे हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी तक आ गई है।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल व अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के अनुसार जनपद अलीगढ़, बदायूं, बस्ती, बहराइच, एटा, फतेहपुर, हमीरपुर, हाथरस, कासगंज, महोबा और श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। ये जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक कोविड टेस्टिंग करने वाला राज्य है। अब तक यहां 6 करोड़ 42 लाख 77 हजार 972 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रयास सतत जारी रखे जाएं।
उन्होंने बताया है कि विगत दिवस किसी भी जिले में दोहरे अंक में नए केस की पुष्टि नहीं हुई। 53 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 22 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। यह स्थिति बताती है कि प्रदेश में हर नए दिन के साथ कोविड महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही है। ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। विगत 24 घंटे में 02 लाख 27 हजार 740 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 33 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जबकि 64 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। इस अवधि में पॉजिटिविटी दर 0.01% रही। कुल 515 लोग होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6% है। अब तक 16 लाख 85 हजार से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरे किये जाएं। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से पीकू/नीकू की स्थापना की कार्यवाही तेज हो। अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू/आइसोलेशन बेड की संख्या 6522 से अधिक हो गई है। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में करीब 3000 पीडियाट्रिक आईसीयू/आइसोलेशन तैयार हो गए हैं। सभी ज़िलों में इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। अब तक उत्तर प्रदेश में 04 करोड़ 44 लाख 13 हजार से अधिक कोविड वैक्सीन लगायी जा चुकी हैं। इसमें, केवल जुलाई माह में एक करोड़ 32 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई गई है। प्रदेश के 3 करोड़ 72 लाख से अधिक लोगों ने कम से कम कोविड की एक खुराक ले ली है। यह किसी एक राज्य द्वारा किया गया सर्वाधिक वैक्सीनेशन है। कोविड वैक्सीनेशन को और तेज करने की आवश्यकता है। टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयासों के क्रम में सीएचसी/पीएचसी स्तर पर “हेल्थ एटीएम” की स्थापना कराई जाए। विभिन्न औद्योगिक समूहों/सामाजिक संस्थाओं ने ‘हेल्थ एटीएम’ उपलब्ध कराने की इच्छा जताई है। ऐसे सभी लोगों से संपर्क कर सहयोग प्राप्त किया जाए। इसे नजदीकी जिला अस्पताल की टेलीकन्सल्टेशन सेवा से भी जोड़ा जाए। हेल्थ एटीएम के सुचारु संचालन के लिए पैरामेडिक्स का प्रशिक्षण कर तैनाती की जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के नौ जनपदों में अतिशीघ्र मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण होने जा रहा है। इन मेडिकल कॉलेजों की प्रयोगशाला, पुस्तकालय, शिक्षक, सहायक कार्मिक, उपकरण आदि के संबंध में अवशेष कार्यों को तेजी के साथ पूरा किया जाए। सभी नौ मेडिकल कॉलेजों के लिए एक-एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर कार्यों की दैनिक समीक्षा की जाए।